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हीरानंदानी ग्रुप पर ED का शिकंजा, फेमा के मामले में 5 ठिकानों पर छापेमारी

नई दिल्‍ली । आपको बता दें कि हीरानंदानी समूह की स्थापना 1978 में निरंजन हीरानंदानी और उनके भाई सुरेंद्र ने की थी, लेकिन हाल ही में दोनों भाई अलग हो गए हैं। अब ग्रुप पर ईडी की नजर है।

दिग्गज रियल एस्टेट कंपनी हीरानंदानी ग्रुप के 5 ऑफिशियल/रेजिडेंशियल परिसरों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापेमारी की है। यह छापेमारी विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) से जुड़े मामले को लेकर की गई है। हालांकि, फेमा उल्लंघनों के बारे में विस्तार से जानकारी नहीं मिल सकी है। न्यूज एजेंसी पीटीआई सूत्रों ने कहा कि छापेमारी अभी चल रही है और इसके पूरा होने के बाद ही डिटेल दी जाएगी।

2022 में भी हुई थी छापेमारी

इससे पहले, मार्च 2022 में आयकर विभाग ने कथित टैक्स चोरी से संबंधित संदेह पर हीरानंदानी ग्रुप के मुंबई सहित कई शहरों के परिसरों में तलाशी ली थी। बता दें कि हीरानंदानी समूह की स्थापना 1978 में निरंजन हीरानंदानी और उनके भाई सुरेंद्र ने की थी, लेकिन हाल ही में दोनों भाई अलग हो गए हैं।

हीरानंदानी समूह के को-फाउंडर की दौलत

बता दें कि निरंजन, हीरानंदानी समूह के को-फाउंडर हैं और उनकी दौलत 1.5 बिलियन डॉलर है। निरंजन हीरानंदानी देश के टॉप 100 अरबपतियों में शामिल हैं। निरंजन की पत्नी भी उनके कारोबार को चलाने में शामिल हैं। निरंजन के दो बच्चे हैं। उनके बेटे दर्शन नवी मुंबई और दिल्ली के पास नोएडा में डेटा सेंटर चलाते हैं। निरंजन हीरानंदानी, एनर्जी, इंफ्रा, नेचुरल गैस पाइपलाइन और गैस भंडारण टर्मिनलों के निर्माण में निवेश कर रहे हैं।

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