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राहुल गांधी ने हाथरस हादसे पीड़ितों से कहा, परेशान मत हो अब आप हमारा परिवार

नई दिल्‍ली। कांग्रेस सांसद और लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को हाथरस भगदड़ दुर्घटना के पीड़ितों से मुलाकात की। राहुल गांधी ने अलीगढ़ में तीन पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और कहा कि आप लोग परेशान मत हो, अब आप लोग हमारा परिवार हैं। राहुल हाथरस भी गए और पीड़ित परिवारों से मिले।

राहुल गांधी ने कहा, हाथरस मामले में राजनीति नहीं होनी चाहिए, लेकिन प्रशासन से लापरवाही तो हुई है। बहुत सारे परिवारों को नुकसान हुआ है, बहुत लोगों की मौत हुई है। मैं इसको राजनीतिक प्रिज्म से नहीं कहना चाहता हूं लेकिन ये प्रशासन की कमी है। गलतियां तो हुई हैं और इनका पता लगाया जाना चाहिए। राहुल गांधी ने कहा कि सबसे जरूरी बात ये है कि अब सबको मुआवजा सही से और वक्त से मिलना चाहिए, क्योंकि ये गरीब हैं… मुश्किल का समय है इनके लिए ये मदद बहुत ज्‍यादा जरूरी है। बता दें, हाथरस भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई है, जिनमें ज्यादातर महिलाएं थीं। उत्तर प्रदेश पुलिस ने गुरुवार को उस पैनल के छह सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया, जिसने भोले बाबा उर्फ सूरज पाल के सम्मान में धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किया था।

राहुल गांधी शुक्रवार सुबह सबसे पहले अलीगढ़ के पिलखना गांव में मंजू देवी के घर पहुंचे थे। हाथरस हादसे में मंजू देवी और उनके बेटे की मौत हुई है। उसके बाद राहुल गांधी अलीगढ़ के नवीपुर खुर्द गांव पहुंचे, जहां शांति देवी की मौत हुई है। राहुल गांधी ने उन्हें आर्थिक मदद का आश्वासन दिया है। बाद में वे हाथरस पहुंचे। एक अन्य शोकाकुल परिवार के सदस्य ने कहा, मेरी पत्नी और दो बेटियां सत्संग में गई थीं, मेरी छोटी बेटी ने मेरी बड़ी बेटी की गोद में अंतिम सांस ली क्योंकि वे दोनों भीड़ में फंस गईं।

पुलिस महानिरीक्षक (अलीगढ़ रेंज) शलभ माथुर ने कहा कि इस मामले में छह लोग गिरफ्तार हुए हैं। मुख्य आरोपी देवप्रकाश मधुकर फरार है। पुलिस उस पर 1 लाख का इनाम घोषित करेगी। माथुर ने कहा, मुख्य आरोपी देवप्रकाश मधुकर के खिलाफ गैर-जमानती वारंट (एनबीडब्‍ल्‍यू) भी जारी किया जाएगा। हालांकि पुलिस ने अब तक जिनके लिए ये आयोजन किया गया था, सूरज पाल, जिन्हें नारायण साकार हरि और भोले बाबा के नाम से भी जाना जाता है, उनपर कोई कार्रवाई नहीं की है। इन्हें भोले बाबा के चरण की धूल लेने के लिए महिलाएं उनकी तरफ भागी थीं, जिसके बाद भगदड़ जैसी स्थिति बनी। सूरज पाल (भोले बाबा ) का नाम यूपी पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर में भी नहीं है। हालांकि, पुलिस जरूरत पड़ने पर उनसे पूछताछ करने की योजना बना रही है। पुलिस ने उनके मैनपुरी आश्रम की तलाशी ली, लेकिन वे नहीं मिले।

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