Friday, October 11, 2024
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पालघर में गढ़चिंचले में हुई बहुचर्चित साधू हत्याकांड की पुनरावृत्ति टली

पालघर : पालघर जिले में पुलिस और नागरिकों की सतर्कता से एक बार फिर गढ़चिंचले में हुई बहुचर्चित साधू हत्याकांड की पुनरावृत्ति टल गई.बच्चा चोर समझकर इन साधूओं को भीड़ ने घेर लिया था. आक्रामक हुई भीड़ से घिरे दो साधुओं को पुलिस ने किसी तरह सुरक्षित बचा लिया .

पालघर के एसपी बालासाहेब पाटिल के मुताबिक दो अप्रैल की सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे के आसपास यवतमाळ जिले के आर्णी तालुका के नाथनगर (भंडारी) के रहने वाले बापुनाथ सटवाजी शेगर (44 साल) प्रेमनाथ सटवाजी शेगर (40 साल) नामक दो साधू भिक्षा मांगने के लिए पालघर जिले के वानगांव थाना कार्यक्षेत्र  में स्तिथ चंद्रनगर वाई के रास्ते शिवोन गांव जा रहे थे. तभी वनई, चंद्रनगर गांव के लोगों ने बच्चा चोर समझकर उन्हें घेर लिया. गांव वालों कों लगा की बच्चा चोरी करने वाली टोली आ गयी है.

 आक्रामक हुई भीड़ को देखते हुए वनई, चंद्रनगर गांव के स्थानीय निवासी हरेश्वर सुरेश घुटे ने तुरंत इस घटना की सूचना पुलिस को दी. सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस नें किसी तरह भीड़ को समझा बुझाकर साधुओं को सुरक्षित बाहर निकाला.

इस घटना की हो चुकी है पुनरावृत्ति

 अभी कुछ महीने पहले जिले के वाडा में भी इस घटना की पुनरावृत्ति हो चुकी है. जहां बच्चा चोर समझ कर दो साधुओं को भीड़ नें घेर लिया था.सुचना मिलने बाद मौके पर पहुंची वाडा पुलिस नें इन साधुओं का जान किसी तरह बचाया था.

पालघर के गढ़चिंचले में हुई बहुचर्चित साधू हत्याकांड

कोरोनो महामारी के दौरान देश भर में हुए प्रथम लॉकडाउन में 16 अप्रैल 2020 को पालघर जिले के गढ़चिंचले में गुस्साई भीड़ नें दो साधूओं और उनके चालक कों पीटपीट कर, उन्हें मौत के घाट उतार दिया था. इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद देश में तहलका मच गया था. घटना के बाद कहा गया की, जिले में बच्चा चोरी की फैली अफवाहों के चलते भीड़ द्वारा बेरहमी से की गई पिटायी के कारण दोनों साधूओं और उनके चालक की मौत हो गयी.इस मामले में कई पुलिस कर्मियों और अधिकारियों पर गाज गिरी थी. उन्हें अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा.

अफवाह को जड़ से खत्म करने में प्रशासन फेल

पालघर जिले में करीब तीन सालों से चली आरही बच्चा चोरी की अफवाह को जड़ से खत्म करने में स्थानीय जिला प्रशासन फेल नजर आरहा है. जिसके कारण रह रह कर इस तरह की घटना की खबरे आते रहती है.वही पालघर के एसपी का कहना है, की पुलिस प्रशासन द्वारा जिले में चलाये जा रहे ” जनसंवाद अभियान” नामक कार्यक्रम के कारन लोगों में जागरूकता आरही है. जिसके कारण जिले में गढ़चिंचले में हुई बहुचर्चित साधू हत्याकांड जैसी पुनरावृत्ति दो बार टालने में पुलिस प्रशासन सफल हुवा है.

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