Sunday, October 13, 2024
No menu items!

दीयों के साथ-साथ लोग धड़ाधड़ खरीद रहे पटाखे, 22 जनवरी को मनेगी दिवाली…

Why has Delhi banned Sivakasi's firecrackers during Diwali? - India Today

नई दिल्‍ली । अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले श्री रामलला के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरे देश में गजब का उत्साह है. 22 जनवरी को यूपी, बिहार, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और दिल्ली- एनसीआर सहित पूरे देश में दिवाली मनाने की तैयारी शुरू हो गई है

राजधानी दिल्ली के बाजारों में तो लोग दीया, मोमवत्ती और झालर की खरीदारी भी शुरू कर चुके हैं. हालांकि, व्यापारियों की मानें तो दीये और झालर के साथ-साथ पटाखा भी लोग खरीद रहे हैं. बता दें कि 31 दिसंबर 2023 तक दिल्ली-एनसीआर में पटाखा की खरीद-बिक्री पर पूरी तरह से रोक थी. दिल्ली में पटाखा की बिक्री एक जनवरी से उन्हीं दुकानों पर हो रही है, जिनको दिल्ली पुलिस की लाइसेंसिंग डिपार्टमेंट की तरफ से लाइसेंस दिया गया है।

देश में पटाखों की बिक्री और जलाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने अबतक दो बार गाइडलाइंस जारी किया है. सुप्रीम कोर्ट ने अपने गाइडलाइंस में साफ कर दिया है कि पटाखा फोड़ने पर पूरी तरह से रोक नहीं है, लेकिन जिन पटाखों में बेरियम साल्ट होता है उस तरह के पटाखों की न बिक्री होगी और न ही फोड़े जाएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने साल 2018 के बाद देश में ग्रीन पटाखों को छोड़ कर सभी तरह के पटाखों की बिक्री और जलाने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा रखा है. साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने अपने गाइडलाइंस में पटाखा फोड़ने का समय भी तय किया है. इसके तहत दिवाली के दिन रात 8 से 10 बजे और क्रिसमस और नए साल के जश्न पर रात 11.55 से 12.30 बजे तक पटाखा फोड़ सकते हैं।

22 जनवरी को फोड़े जाएंगे पटाखे

दिल्ली में पटाखों का कारोबार हर साल दिवाली के मौके पर 300 से 400 करोड़ रुपये तक पहुंच जाता है. कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया टेडर्स के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल न्यूज 18 हिंदी के साथ बातचीत में कहते हैं. ‘देखिए पूरा देश राममय हो गया है. ऐसे में हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी ही ने लोगों से दिवाली मनाने की अपील की है. ऐसे में दिल्ली के लोग भी ग्रीन पटाखा फोड़ें तो क्या किसी को परेशानी नहीं होनी चाहिए. मेरी जानकारी में इस तरह की कोई बात नहीं है कि दिल्ली के बजारों में पटाखा की डिमांड बढ़ गई है. जो लोग खरीदना चाहते हैं वह दिल्ली में सदर बजार और जामा मस्जिद के पास कई दुकान हैं, जहां पटाखे खऱीद सकते हैं. हालांकि, दिल्ली पुलिस ने पिछले कुछ सालों मे कई पटाखों के दुकानों के लाइसेंस रद्द किए हैं. हमलोग एनजीटी और सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के आधार पर ही ग्रीन पटाखा बेच रहे हैं।

रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के दिन क्या करेंगे लोग

दिल्ली बीजेपी के उपाध्यक्ष कपिल मिश्रा न्यूज 18 हिंदी के साथ बातचीत में बताया, ‘देखिए 22 जनवरी को पटाखों की जगह हमलोग दीपोत्सव मनाने की तैयारी कर रहे हैं. इस दिन भजन और कीर्तन के रूप में मनाएंगे. लेकिन, अगर पटाखा फोड़ा जाता है तो उस पर जो भी गाइलाइंस हो वह वैज्ञानकि होना चाहिए. पटाखों पर रोक लगाना कोई वैज्ञानिक कारण नहीं है. हालांकि, मेरी जानकारी में अभी तक भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा के दिन पटाखा फोड़ने को लेकर दिल्ली में कोई बड़े प्रयास नहीं किए जा रहे हैं. मुझे लगता है कि 22 जनवरी को दिल्ली में पटाखा फोड़ना कोई बड़ा मुद्दा नहीं होगा. क्योंकि, उस दिन लोग भजन संध्या, दीपोत्सव और पूजा-पाठ के कार्यक्रम में व्यस्त रहेंगे.’

सुप्रीम कोर्ट ने अबतक दो बार गाइडलाइंस जारी किया

गौरतलब है कि 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर में दिवाली मनाने की अपील की है. पीएम मोदी के दिवाली मनाने के ऐलान के बाद देशभर के पटाखा कारोबारी सक्रिय हो गए. यूपी में तो पटाखों की बिक्री शुरू करने के लिए व्यापारियों से लाइसेंस भी मांगे जा रहे हैं. यूपी के कानपुर, वाराणसी, लखनऊ और आगरा जैसे जनपदों में जिला प्रशासन की ओर से पटाखा बिक्री को लेकर आवेदन मांगने की भी खबर है।

हाल के वर्षों में दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता बिगड़ने के बाद पटाखों की बिक्री और उपयोग करने पर रोक लगा दी जाती है. पटाखों की बिक्री और जलाने पर रोक लगाने का यह फैसला लोगों के स्वासथ्य को देखते हुए लिया जाता है. क्योंकि, इस मौसम में हवा और खराब हो जाती है।

RELATED ARTICLES

Most Popular