सागर। मध्य प्रदेश के सागर जिले के शाहपुर में रविवार को भागवत कथा के दौरान शिवलिंग का निर्माण कर रहे लोगों पर दीवार गिर गई, इस हादसे में नौ बच्चों की मौत हो गई और कई घायल हैं। शाहपुर के हरदौल मंदिर में सावन में शिवलिंग निर्माण और भागवत कथा का आयोजन चल रहा हैं। इसमें शामिल होने के लिए सैकड़ों लोग पहुंच रहे हैं। रविवार को छुट्टी होने के कारण शिवलिंग बनाने के लिए बच्चे भी आए हुए थे।
बताया जा रहा है कि बच्चे एक जगह बैठकर शिवलिंग बना रहे थे, इस दौरान मंदिर परिसर के पास स्थित एक मकान की करीब पचास साल पुरानी कच्ची दीवार भराभरा कर गिर गई। यह दीवार बच्चों के ऊपर गिरी, नौ बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई, दो बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। हादसे के बाद चीख पुकार मच गई। लोगों ने तुरंत दीवार का मलबे हटाने का कार्य शुरू किया और फिर एक-एक कर उसके नीचे दबे बच्चों को बाहर निकाला गया। नगर परिषद, पुलिस और नगर वासी राहत कार्य में जुटे। रहली विधायक और पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव मौके पर पहुंचे।
हादसे के बाद लोग घायलों को लेकर शाहपुर अस्पताल पहुंचे, लेकिन वहां एक भी डॉक्टर नहीं मिला। ऐसे में लोगों ने नाराजगी जाहिर की। लोगों बताया कि यहां जो डाक्टर हैं, वे कभी-कभार ही अस्पताल आते हैं और दस्तखत करके चले जाते हैं। उन्होंने बताया कि जब बच्चों को अस्पताल में लाया गया तो मलहम पट्टी करने वाला भी मौजूद नहीं था। हादसे में दिव्यांश साहू पुत्र नितेश साहू, वंश लोधी पुत्र यशवंत लोधी, नीतेश पटेल पुत्र कमलेश पटेल, ध्रुव यादव पुत्र जगदीश यादव, पर्व विश्वकर्मा पुत्र कृष्ण विश्वकर्मा, दिव्यराज साहू पुत्र गोविंद साहू, सुमित प्रजापति पुत्र महेश प्रजापति और खुशी पटवा पुत्री अमित पटवा समेत एक अन्य बच्चे की मौत हो हुई है।
हादसे को लेकर सीएम मोहन यादव ने दुख जताया। उन्होंने एक्स कर लिखा, सागर जिले के शाहपुर में हुई अतिवृष्टि के कारण जर्जर मकान की दीवार गिरने से 9 मासूम बच्चों के काल कवलित होने की खबर सुनकर मन व्यथित है। घायल बच्चों के उचित इलाज के लिए जिला प्रशासन को निर्देशित किया है। भगवान से करबद्ध प्रार्थना है कि दिवंगत बच्चों की आत्मा को शांति प्रदान करें। हादसे में घायल अन्य बच्चों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं। जिन परिवारों ने मासूम बच्चों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। मृतक बच्चों के परिजनों को शासन की तरफ से 4 -4 लाख रुपए की सहायता राशि दी जाएगी।