नई दिल्ली । असम के मुख्य चुनाव अधिकारी (CEO) ने शुक्रवार (5 अप्रैल) को राज्य के भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अध्यक्ष भावेश कलिता को आदर्श आचार संहिता (MCC) के कथित उल्लंघन पर कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
यह नोटिस भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्कस्वादी (CPIM) की असम यूनिट के सचिव की ओर से दायर एक शिकायत के आधार जारी किया गया है।
CPIM ने आरोप लगाया था कि सत्तारूढ़ दल अपने अभियान के दौरान पूर्वोत्तर राज्य में अपने संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में फॉर्म वितरित कर रहा है। सीपीआई (एम) ने आरोप लगाया कि जो फॉर्म वितरित किए जा रहे हैं, उनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की तस्वीरें छपी हैं। इतना ही नहीं इन फॉर्म पर लोगों से योजनाओं का लाभ देने का वादा किया गया है, जो राज्य आदर्श आचार संहिता का सीधा उल्लंघन है।
चुनाव अधिकारी ने जारी किया नोटिस
5 अप्रैल को जारी नोटिस में चुनाव अधिकारी ने लिखा, “जांच के आधार पर ऐसा प्रतीत होता है कि आपकी पार्टी के स्टार प्रचारकों के सिंबल और फोटो वाले ये फॉर्म आदर्श आचार संहिता दिशानिर्देशों का उल्लंघन करते हैं और अब आप लिखित में यह बताएं कि आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के लिए आपके खिलाफ उचित कार्रवाई क्यों नहीं की जानी चाहिए।
72 घंटें में मांगा जवाब
नोटिस में अधिकारी ने असम बीजेपी प्रमुख से 72 घंटों के भीतर यानी 8 अप्रैल को सुबह 10 बजे से पहले जवाब देने को कहा है। नोटिस के मुताबिक तय समय के भीतर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने की स्थिति में, यह माना जाएगा कि बीजेपी नेता इस मामले में कुछ नहीं कहना चाहते हैं और फिर मामले में आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। चुनाव अधिकारी के नोटिस को लेकर बीजेपी की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
असम में कब होगी वोटिंग?
असम में इस बार 16 लोकसभा सीटो के लिए तीन चरण मतदान होगा। राज्य में 19 अप्रैल को पहले चरण में डिब्रूगढ़, जोरहाट, काजीरंगा, लखीमपुर और सोनितपुर में मतदान होगा। दूसरे चरण में 26 अप्रैल को पांच और सीटों सिलचर, करीमगंज, दीफू, नगांव और दरांग-उदलगुरी में मतदान होगा। 7 मई को तीसरे चरण में गुवाहाटी, धुबरी, बरपेटा और कोकराझार में वोटिंग होगी।