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पालघर में सत्कार के वक्त भावुक हुई विधायिका मनीषा चौधरी, आंखों से छलका आंसू

उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल राम नाईक और अन्य मान्यवरों नें शाल, श्रीफल, स्मृति चिन्ह एवं प्रमाण पत्र देकर विधायक मनीषा चौधरी को किया सम्मानित.

संजय सिंह ठाकुर / पालघर : पालघर जिले के चिंचण में नागरी सत्कार के वक्त पुरानी यांदे और अपने सहयोगियों कों याद कर भाजपा की विधायिका मनीषाताई चौधरी भावूक हो गई. उनके आंखों से आंसू छलकने लगा. इस दौरान उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल राम नाईक और अन्य मान्यवरों नें शाल, श्रीफल, स्मृति चिन्ह एवं प्रमाण पत्र देकर विधायक मनीषा चौधरी को सम्मानित किया.

जिले के डहाणू तहसील में स्तिथ बोर्डि गांव मनीषाताई चौधरी का पैतृक गांव है, डहाणू तहसील में जन्मी , पढ़ी , लिखी बड़ी हुई और डहाणू नगरपरिषद में पहली बार मनीषा चौधरी नगरसेविका और नगराध्यक्ष बनी. उसके बाद भाजपा पार्टी के कई महत्वपूर्ण पदों पर काम करते हुए वह रहने के लिए मुंबई चली गयी. पार्टी ने उन्हें पहलीबार 2014 विधानसभा में चुनाव में दहीसर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का मौका दिया तभी वह इस विधानसभा जीतती आरही है. मनीषा चौधरी द्वारा पिछले 40 से किये जा रहे उनके कार्य को देखते हुए डहाणू तहसील में स्तिथ चिंचण गांव में स्तिथ गांव देवी ग्राउंड में रविवार को स्थानीय नागरिकों की तरफ से विधायिका मनीषा चौधरी के सम्मान के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था.

 वही इस अवसर पर उपस्तिथ मान्यवरों ने कहा कि मनीषा ताई चौधरी एक ऐसी नेता है जिन्हों ने जीवन मे बहुत संघर्ष किया है. पिछलें 40 सालों से वह बिना किसी भेदभाव के जनता का काम करती हुई आरही है. काम करते समय वह जात, प्रान्त, धर्म नही देखती है. उन्हों नें पालघर और ठाणे जिलों में किसानों, मछुआरों, महिला उद्यमियों, पर्यटकों, व्यापारियों, आदिवासियों और अन्य समूहों के लिए बहुमूल्य कार्य किया है. मनीषाताई विधानसभा में पालघर जिला का सबसे ज्यादा प्रश्न उपस्तिथ करती है.इससे अंदाजा लगाया जा सकता है, की मनीषाताई पालघर से कितना प्रेम करती है .

जिसके बाद विधायक मनीषा चौधरी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि मयके का सम्मान करना बहुत महत्वपूर्ण है. आज यह सम्मान प्राप्त करते हुए मेरा पूरा राजनीतिक सफर मेरी आंखों के सामने खड़ा है. आज मुझे इस पुरस्कार के रूप में मेरे काम सम्मान मिला है. इस सम्मान में मेरे कंधे पर जो साल ओढाई गयी है, उससे मेरे कंधे पर बोझ और मेरे काम की जिम्मेदारी अब बढ़ गई है.पालघर के लोगों ने और मेरे वार्ड के लोगों ने मुझे स्नेह से समर्थन दिया, जिसके कारण मैं 2014 में और फिर 2019 में विधायक के रूप में चुनकर आई. मुझे मंत्री पद नहीं चाहिए, लेकिन मुझे लोगों का समर्थन चाहिए.

इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल राम नाईक , सांसद राजेन्द्र गावित , विधायक सुनील भुसारा , विधायक श्रीनिवास वनगा , जिला परिषद अध्यक्ष प्रकाश निकम , SDSM कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. किरण सावे समेत अन्य मान्यवर उपस्तिथ थे।

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