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अशोक चव्हाण पार्टी से इस्तीफे पर कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत बोली- जांच एजेंसियों का है दबाव

कांग्रेस पर भड़के अखिलेश यादव, सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, 'टिकट बंटवारे पर  खींचतान स्वभाविक' । Akhilesh Yadav angry over seat distribution CONGRESS  Leader Supriya Shrinet said SP ...

नई दिल्‍ली । कांग्रेस ने महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण के पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद सोमवार को कहा कि जो लोग ऐसे कदम उठा रहे हैं उन पर जांच एजेंसियों का दबाव है।

पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने यह भी कहा कि आज के समय में विपक्ष की राजनीति मुस्तैदी से करना बहुत मुश्किल है और यह वही कर सकता है जिसके अंदर राहुल गांधी की तरह सरकार के खिलाफ और सच के लिए लड़ने का माद्दा है।

महाराष्‍ट्र के पूर्व मुख्‍यमंत्री अशोक चव्‍हाण का पार्टी से इस्‍तीफा

लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को झटका देते हुए महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चह्वाण ने सोमवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया। ऐसी अटकलें हैं कि वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो सकते हैं। इस बारे में पूछे जाने पर सुप्रिया ने संवाददाताओं से कहा, ”आज विपक्ष की राजनीति करना बहुत मुश्किल है, आज सरकार की आंख में आंख में डालकर यह बोलना बहुत मुश्किल है कि आपका सारा फर्जीवाड़ा (आंकड़ों का) गलत है, आपका ‘श्वेत पत्र’ गलत है। किसी के ऊपर जांच एजेंसी का दबाव है, किसी पर प्रलोभन होता है और किसी के ऊपर अन्य तरह का दबाव बनाया जाता है।”

विपक्ष की राजनीति मुस्तैदी से करना बहुत मुश्किल

उन्होंने कहा कि हाल के समय में जिन लोगों ने पार्टी छोड़ी है, उन सबके ईडी के मामलों को देख लीजिए, तो तस्वीर अपने आप साफ हो जाएगी। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ”विपक्ष की राजनीति मुस्तैदी से करना बहुत मुश्किल है। यह वही कर सकता है जिसके अंदर लड़ने का कलेजा है, माद्दा है और शिद्दत है, जो सरकार से कहता है कि जेल में डाल दो, लेकिन तुम्हारा विरोध करता रहूंग, सच के लिए खड़ा रहूंगा। मुझे लगता है कि राहुल गांधी आज यह काम बखूबी कर रहे हैं।

इस तरह की चीजें लोकतंत्र को क्षीण करती

उन्होंने यह भी कहा, ”जो जा रहा है उसको हाथ पकड़कर हाथ नहीं रोक सकते। उसके ऊपर जरूर कोई दबाव होगा। मुझे लगता है कि यह दबाव एजेंसियों का है। ” सुप्रिया ने दावा किया, ”सरकार की वाशिंग मशीन लोगों के लिए खोल दी जाती है। 70 हजार करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप रात में लगाएंगे और अगली सुबह मोदी जी उनके साथ हाथ मिलाकर सरकार बना लेते हैं। इस तरह की चीजें लोकतंत्र को क्षीण करती हैं।

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