पालघर : पालघर जिले में दो दिवसीय के दौरे पर अपनी पुरी टीम के साथ आये राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष अंतर सिंह आर्य ने कहा की हम आदिवासियों को वन जमीन दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं । इसके लिए हम जल्द ही कलेक्टर की अध्यक्षता में 5 सदस्यों की एक समिति बना रहे हैं । ताकि इस कार्य को समय पर किया जा सके । सोमवार को पालघर जिले के अनुसूचित जनजाति के लोगों से उनकी जन समस्याओं को लेकर जन संवाद के दौरान उन्हें ने यह बात कही| मैं इस जिले की समस्याओ को जानने के लिए यहां आया हूं | आप सभी अपनी समस्याओं को लिखित रूप में आयोग को दे | आश्वासन देते हुए कहा कि हम आपके सुझावों से राष्ट्रपति को अवगत कराएंगे | पालघर में पहली बार अनुसूचित जनजाति के लोगो की जन समस्याओं को सुनने के लिए पालघर कलेक्टर कार्यलय में स्थित नियोजन भवन हॉल में जन संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया था |
साथ ही उन्हों अनुसूचित जनजाति के युवाओं और महिलाओं और विभिन्न संघटना के पदाधिकारियों से चर्चा की और उनकी समस्याओं के बारे में जाना। इस मौके पर जिले के विभिन्न आदिवासी आश्रम विद्यालयों के छात्रों ने छात्रवृत्ति बढ़ाने को लेकर अपने अनेक सवाल रखे |
जन समस्याओं को सुनने के बाद अंतर सिंह आर्य ने कहा कि मै भी आदिवासी समाज से आता हु , मै चाहता तो नौकरी कर अपने परिवार का पालन पोषण करता| मैं सिर्फ एक जगह अधिकारी बनकर काम करके आदिवासियों का विकास नहीं कर सकता था |इस लिए आदिवासी समाज का विकास करने के लिए मै राजनीति में आया हु | उनका कहना था की यदि कोई व्यक्ति मंत्री बन जाए तो उसे घमंड नहीं करना चाहिए। जैसे मै ,कई बार मंत्री बनाने के बाद भी मुझे मंत्री पद का कभी घमंड नही आया | 2011 की जनगणना के अनुसार देश में 12 करोड़ आदिवासी हैं | अब यह संख्या बढ़कर 15 करोड़ से अधिक हो गई है |