नई दिल्ली :- Pakistan के पूर्व आर्मी चीफ और राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ (Pervez Musharraf Death News) का रविवार को निधन हो गया. मुशर्रफ लंबे समय से बीमार चल रहे थे. दुबई के अस्पताल में उनका इलाज किया जा रहा था. बताया जा रहा है की वह अमाइलॉइडोसिस नाम की बीमारी से पीड़ित थे. मिडिया में आरही खबरों के अनुसार उनके परिवार ने ट्विटर पर जानकारी देते हुए कहा कि वे अमाइलॉइडोसिस नाम की बीमारी से जूझ रहे हैं, जिसके चलते उनके सभी अंगों ने काम करना बंद कर दिया ।जिसके कारण उनका निधन हो गया .
दिल्ली में हुवा था जन्म
परवेज मुशर्रफ का जन्म पाकिस्तान में नहीं बल्कि 11 अगस्त 1943 में भारत की राजधानी दिल्ली में हुआ था, बल्कि भारत की राजधानी दिल्ली के दरियागंज में हुआ था, लेकिन उनके परिवार ने बंटवारे के समय पाकिस्तान को चुना. और विभाजन के समय उनका परिवार पाकिस्तान चला गया। उनके पिता सईद पाकिस्तान सरकार में काम करते थे। कॉलेज की पढ़ाई खत्म करने के बाद 21 साल की उम्र परवेज मुशर्रफ ने बतौर जूनियर अफसर पाकिस्तानी आर्मी जॉइन कर ली। उन्होंने 1965 के युद्ध में भारत के खिलाफ लड़ाई लड़ी। 1971 के युद्ध में भी मुशर्रफ की महत्वपूर्ण भूमिका रही। जिसे देखते हुए सरकार ने उन्हें कई बार प्रमोट किया। 1998 में परवेज मुशर्रफ जनरल बने।
मिली थी फांसी की सजा
मुशर्रफ ने जनरल बनते ही नवाज शरीफ की सरकार गिरा दी और पाकिस्तान के तानाशाह बन गए। आपको बता दें कि परवेज मुशर्रफ वह शख्स हैं जिन्हें कि पाकिस्तान में फांसी की सजा सुनाई गई थी. पाकिस्तान में 3 नवंबर, 2007 को इमरजेंसी लगाने और और दिसंबर 2007 के मध्य तक संविधान को निलंबित करने के जुर्म में परवेज मुशर्रफ पर मुकदामा चला और मुशर्रफ को 31 मार्च, 2014 को दोषी ठहराया गया था