पालघर : पालघर जिले के तारापुर में स्थित तारापुर परमाणु ऊर्जा केंद्र का मॉकड्रिल लेटर शोसल मीडिया पर वायरल होने बाद समुंदर तट पर बसे गांवो और आसपास के क्षेत्रों में लोगो मे डर फैल गया । लोग डर कर एक दूसरे के मोबाइल की घंटिया बजाकर इसकी जानकारी लेने लगे । और कई घंटों तक लोग डर के मारे सहमे रहे ।
किसी आपातकालीन प्रस्थिति से निपटने के लिए गुरुवार को तारापुर अणुउर्जा प्रकल्प यानि तारापुर परमाणु केंद्र की तरफ से पालघर कलेक्टर कार्यालय में तारापुर अणुऊर्जा प्रकल्प के अधिकारी ,केंद्र शासन के अधिकारी समेत सम्बंधित अधिकारियों और कर्मियों ने संयुक्त मॉकड्रिल , अभ्यास किया गया । इस मॉकड्रिल को “रंगीत तालीम” नाम दिया गया था ।
लेकिन इस अभ्यास के लिए पालघर जिला कार्यालय की तरफ से जारी किया गया पत्र शोसल मीडिया पर वायरल हो गया । जिसमें लिखा था कि तारापुर अणुभट्टी से रेडिओधर्मी पदार्थ निकल रहा है । जिसके कारण आपात्कालीन परिस्थिति की घोषणा की गई है । साथ ही इसमें कुंभवली ,गुंदले, नांदगाव , तारापुर , मुरबे, खारेखुरण ,विकासवाडी समेत अन्य दर्जनों गांव का नाम भी लिखा हुआ था । और कहा गया था कि इन गांवों में रेडिएशन फैल रहा है । इस लिए प्रशासन की तरफ से जनता से आव्हान करते हुए सभी लोग से कहा गया था कि सभी लोग अपने मुंह को रुमाल , ओढ़नी या मास लगाकर घर के बाहर खुले मैदान में रुकने को कहा गया था ।
यह लेटर शोसल मीडिया पर वायरल होते ही समुंदर तटो पर बसे गांव के लोगों और आसपास के क्षेत्रों में दहशत फैल गया । इस मॉकड्रिल को लेकर प्रशासन की तरफ से पत्रकारों को भी कोई पूर्व सूचना नही दी गयी थी । जबकि पहले इसकी सूचना पत्रकारों दी जाती थी ।