भारत की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले सैनिकों के परिवार के लिए होता उपयोग
पालघर : पालघर में शुक्रवार को जिला योजना समिति हॉल में कलेक्टर गोविंद बोडके द्वारा जिला स्तरीय झंडा दिवस निधि संग्रहण का शुभारंभ किया गया | पूर्व सैनिकों के कल्याणकारी कार्यक्रमों के लिए 07 दिसंबर को पूरे देश में झंडा दिवस के रूप में मनाया जाता है, इसके उपलक्ष्य में यह शुभारंभ किया गया |
वही जिला प्रशासन ने बताया की पालघर जिले को पिछले वर्ष महाराष्ट्र सरकार द्वारा 25 लाख 48 हजार रुपये का लक्ष्य दिया गया था। पालघर जिले नें इस लक्ष्य को शत-प्रतिशत हासिल किया गया । जिले के विभिन्न शासकीय कार्यालयों द्वारा शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने पर कलेक्टर गोविंद बोडके के हाथों उपहार देकर उन्हें सम्मानित किया गया ।
समाज का सैनिकों के प्रति कुछ न कुछ ऋण है। झंडा दिवस के अवसर पर लोगों को अपने उन सैनिकों के प्रति छोटे रूप में ऋण चुकाने का अवसर मिलता है, जिन्होंने देश की रक्षा करते हुए भारी बारिश, तूफान या भूकंप जैसी आपदाओं में नागरिकों की सहायता के लिए दौड़कर बहुमूल्य सेवाएं प्रदान की हैं।
साथ ही साथ डीएम गोविंद बोडके ने इस वर्ष दिये गये लक्ष्य को शत-प्रतिशत पूरा करेने कि अपील करते हुए कहा कि जिला सैनिक कल्याण कार्यालय, ठाणे में चेक/कैश ड्रा या क्यूआर कोड के माध्यम सहायता भेजकर झंडा दिवस निधि में सक्रिय रूप से योगदान देने की अपील की, ताकि बहुमूल्य हाथों से मदद की जा सके और लोगों का मनोबल बढ़ाया जा सके। एकत्र किया गए धन का उपयोग भारत की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले सैनिकों के परिवारों के जीवन को सुविधाजनक बनाने और युद्ध में विकलांग और सेवानिवृत्त सशस्त्र बल कर्मियों के पुनर्वास के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने के लिए किया जाता है।
इस अवसर पर उपजिलाधिकारी तेजस शिंदे, पुलीस उपअधीक्षक संगिता शिंदे, तहसिलदार सचिन भालेराव, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी मेजर प्रांजळ जाधव समेत अन्य अधिकारी, कर्मचारी, पूर्व सैनिक आदि उपस्थित थे |