नई दिल्ली :- चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3 )इतिहास रचने के लिए अपनी 3.84 लाख किलोमीटर की लंबी यात्रा पर निकल चुका है. उसे चंद्रमा पर पहुंचने में करीब 42 दिन लगेंगे. LVM-3 रॉकेट ने इसे 179 किलोमीटर की ऊंचाई पर छोड़ दिया है. अब आगे की यात्रा चंद्रयान-3 खुद तय करेगा.
बता दे की आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से शुक्रवार को चंद्रमा पर भारत के तीसरा मिशन चंद्रयान-3 का प्रक्षेपण किया गया। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का 642 टन वजन वाला एलवीएम3 रॉकेट ने दोपहर बाद 2.35 बजे चंद्रयान के साथ उड़ान भरी। चंद्रयान को चंद्रमा पर पहुंचने में करीब 42 दिन लगेंगे। प्रक्षेपण के ठीक 16 मिनट बाद लगभग 2.50 बजे करीब 179 किमी की ऊंचाई पर चंद्रयान-3 रॉकेट से अलग हो गया। फिर चंद्रयान-3 ने लगभग 3.84 लाख किमी की अपनी लंबी चंद्रमा यात्रा शुरू की। अंतरिक्ष यान द्वारा ले जाए गए लैंडर के 23 या 24 अगस्त को चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग करने की उम्मीद है।