अयोध्याधाम । रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का सात दिवसीय अनुष्ठान के अंतर्गत बुधवार से श्रीराम जन्मभूमि परिसर में किया जाएगा। बुधवार को रामलला की मूर्ति परिसर में प्रवेश करेगी। मूर्ति को परिसर का भ्रमण कराया जाएगा। इसके साथ ही अन्य कार्यक्रम भी होंगे। अयोध्याधाम के विवेक सृष्टि परिसर से मंगलवार को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा शुरू अनुष्ठान शुरू हुए हैं।
विवेक सृष्टि परिसर में प्रायश्चित पूजन और कर्मकुटी पूजन के साथ रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान मंगलवार शुरू हुआ। प्राण प्रतिष्ठा का मुख्य यजमान श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र को बनाया गया है। मंगलवार को करीब तीन घंटे तक प्रायश्चित पूजा हुई। इसके बाद यजमान को सरयू स्नान कराया गया। मूर्ति निर्माण स्थल की भी पूजा की गई। चयनित मूर्ति का शुद्धीकरण करते हुए उनकी आंखों पर पट्टी बांधी गई। यह पट्टी 22 जनवरी को खोली जाएगी।
प्रायश्चित पूजा के माध्यम से रामलला से क्षमा मांगी गई। ये क्षमा मूर्ति बनाने के दौरान छेनी-हथौड़ी या किसी भी वजह से उन्हें जो चोट लगी होगी, उसके लिए मांगी जाती है। इसके बाद कर्मकुटी पूजन की प्रक्रिया हुई। इस पूजन के बाद मंदिर और प्राण प्रतिष्ठा से जुड़े कार्यक्रम शुरू हो गए।