मुबंंई। फिल्म ‘खुदा हाफिज’ के निर्देशक फारुक कबीर की तरफ से बॉम्बे हाईकोर्ट में दाखिल बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर अगली सुनवाई सोमवार को होनी है। मामला फारुक की दूसरी शादी के बाद पैदा हुई उनकी बेटी का है। उनका आरोप है कि उनकी पत्नी और सास मिलकर उनकी बेटी को देश से बाहर ले जाना चाहती हैं। उनकी रिपोर्ट पर मुंबई पुलिस ने कार्रवाई करते हुए इन सबको अमृतसर एयरपोर्ट से हिरासत में लिया था और अब ये तीनों मुंबई पुलिस की निगरानी में हैं।
मुंबई के वर्सोवा पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पीआई गणेश पवार ने बताया कि फारुक कबीर की पत्नी सनम और सास दिलफुजा को बॉम्बे हाई कोर्ट में 16 जनवरी को पेश किया गया था। उस दिन की कार्यवाही के बाद अदालत ने अगली सुनवाई के लिए सोमवार 29 जनवरी की तारीख दी है। फारुक कबीर की नवजात बेटी अभी भी अपनी मां के साथ ही है।
निर्देशक फारुक कबीर ने वर्सोवा पुलिस स्टेशन में अपनी पत्नी और सास के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। फारुक कबीर ने अपनी पत्नी, सास और पत्नी के सौतेले पिता तेजस खन्ना पर उनकी नवजात बेटी को चोरी करने और देश से भागने की शिकायत की थी। फारुक कबीर की इस शिकायत के आधार पर मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम ने फारुक कबीर की पत्नी और सास को अमृतसर से गिरफ्तार करके मुंबई वर्सोवा पुलिस स्टेशन को 31 दिसंबर 2023 सौंप दिया था।
मुंबई पुलिस ने 31 दिसंबर को ही हॉलिडे मजिस्ट्रेट के सामने फारूक कबीर की पत्नी सनम और सास पेश किया। मजिस्ट्रेट ने सभी को पुलिस कस्टडी में भेजने का निर्देश दिया। अगले दिन जब उन्हें कोर्ट में पेश किया गया तो कोर्ट ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजने का निर्देश दिया। लेकिन फारूक कबीर के निवेदन पर कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेजने के बजाय उन्हें सशर्त जमानत पर रिहा कर दिया। फारूक कबीर के मुताबिक अभी उनकी बेटी बहुत छोटी है, इसलिए वह नहीं चाहते थे कि उनकी पत्नी और सास को न्यायिक हिरासत में भेजने की वजह से बेटी को परेशानी हो।
बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका के तहत मुंबई पुलिस ने 16 जनवरी को बॉम्बे हाई कोर्ट में फारूक कबीर की पत्नी सनम और सास दिलफुजा को पेश किया। कोर्ट ने अगली सुनवाई की तारीख 29 जनवरी को दी है। फारूक कबीर की पत्नी के सौतेले पिता तेजस खन्ना अभी भी फरार हैं। वहीं, फारूक कबीर की पत्नी सनम और सास दिलफुजा मुंबई पुलिस की निगरानी में हैं।