नई दिल्ली । अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने रविवार को कहा कि जॉर्डन में एक ड्रोन हमले में अमेरिकी सशस्त्र बलों के तीन सदस्यों की मौत हो गयी और ‘कई’ घायल हुए हैं। बाइडन ने इस हमले के लिए ईरान समर्थित मिलिशिया समूहों को जिम्मेदार ठहराया है।
गाजा में इजराइल-हमास युद्ध के बीच ईरान समर्थित मिलिशिया द्वारा पश्चिम एशिया में अमेरिकी बलों के खिलाफ महीनों से जारी हमलों में पहली बार अमेरिकी नागरिक हताहत हुए हैं जिससे क्षेत्र में इस तनाव के गहराने का खतरा बढ़ गया है।
बाइडन ने कहा कि अमेरिका ”अपने चुने गए समय और तरीके से उन सभी को जवाबदेह ठहराएगा।” जॉर्डन ने अभी इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है जिसकी सीमाएं इराक, इजराइल, फलस्तीनी क्षेत्र के वेस्ट बैंक, सऊदी अरब और सीरिया से लगी हुई हैं। अमेरिकी सुरक्षा बल लंबे समय से अपने आधार शिविर के तौर पर जॉर्डन का इस्तेमाल करते रहे हैं। अमेरिका के करीब 3,000 सैनिक जॉर्डन में तैनात हैं। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरीन ज्यां-पियरे ने बताया कि बाइडन को रविवार सुबह हमले की जानकारी दी गयी।