कराची । आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान में नोटबंदी होने जा रही है. स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (एसबीपी) ने मार्च 2024 तक नए नोट जारी करने की अपनी योजना की घोषणा की है।
भारत की तरह यहां भी नई मुद्राएं शुरू की जाएंगी। यह नकदी संकट से जूझ रहे देश में नकली मुद्रा के खतरे से निपटने के लिए उन्नत सुरक्षा सुविधाओं के साथ नए नोट पेश करेगा। यह कदम करेंसी की कमी और नकली नोटों के खतरे से निपटने के लिए उठाया गया है।
नई करेंसी जारी करने का फैसला
पाकिस्तान के सेंट्रल बैंक ने करेंसी की कमी और नकली नोटों से अर्थव्यवस्था को हो रहे नुकसान के चलते नई करेंसी जारी करने का फैसला किया है. स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान के गवर्नर जमील अहमद ने कहा कि मुद्रा नोटों में उन्नत अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा विशेषताएं शामिल होंगी, जिसमें पाकिस्तानी मुद्रा को आधुनिक बनाने के लिए अद्वितीय सुरक्षा संख्या और डिज़ाइन शामिल होंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नोट बदलने की यह प्रक्रिया धीरे-धीरे पाकिस्तान में भी की जाएगी. सभी नोट एक साथ बंद नहीं किए गए हैं ताकि पाकिस्तान के लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े.
पाकिस्तान ने ऐसा कदम क्यों उठाया?
पाकिस्तान के वित्तीय विशेषज्ञों का कहना है कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था नकदी संकट से जूझ रही है. काले धन के अवैध उपयोग का भी अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। पाकिस्तान में बड़े नोटों की वजह से काले धन का इस्तेमाल आसान हो जाता है. आर्थिक संकट से जूझ रहा पाकिस्तान वित्तीय सुधारों का इंतजार कर रहा है. ऐसा माना जाता है कि अगर नए नोट चलन में आते हैं तो इससे मुद्रा में विश्वसनीयता सुनिश्चित होगी और व्यवसायों को भी विश्वास मिलेगा।