नई दिल्ली । लोकसभा चुनाव नजदीक हैं। सभी पार्टियां चुनाव की तैयारियों में लग गई हैं। वहीं, विपक्षी एकजुटता वाली इंडी अलायन्स बिखरती नजर आ रही है। गठबंधन के सभी घटक दल के नेता एकदूसरे पर लगातार निशाना साधते रहे हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस चीफ, ममता बनर्जी के द्वारा कांग्रेस पर कसे तंज के बाद कांग्रेस की ओर से प्रतिक्रिया सामने आई है।
ममता बनर्जी के इस तंज कि कांग्रेस आगामी लोकसभा चुनावों में “40 सीटें भी नहीं जीत पाएगी” और उसकी चल रही भारत जोड़ो न्याय यात्रा “मुस्लिम वोटों को खुश करने के लिए महज फोटो सेशन” है, का जवाब देते हुए कांग्रेस ने कहा कि आम चुनाव “स्थानीय स्तर के चुनाव” नहीं हैं और भाजपा से मुकाबला करना सभी पार्टियों की प्राथमिकता होनी चाहिए।
हमारा मुख्य एजेंडा बीजेपी से लड़ना है…
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, “”हमें यह समझना चाहिए कि ये (लोकसभा चुनाव) स्थानीय स्तर के चुनाव नहीं हैं। मुख्य एजेंडा बीजेपी से लड़ना है… हम मान रहे हैं कि ममता बनर्जी अभी भी 27 पार्टियों के समूह इंडिया ब्लॉक का हिस्सा हैं। उनका दावा है कि उनकी प्राथमिकता भाजपा से लड़ना है। हमारी प्राथमिकता भी बीजेपी से लड़ना है। मुझे लगता है कि अगर हम सब एक साथ आएं तो बेहतर होगा।”
हम पटना, बेंगलुरु और मुंबई में एक साथ थे
हाल के विभाजन को याद करते हुए, रमेश ने कहा, “हम पटना, बेंगलुरु और मुंबई में एक साथ थे। लेकिन लगता है कुछ तो हुआ है। पहले शिवसेना में फूट पड़ी। फिर नीतीश कुमार ने ‘पल्टी’ मारी। अब ममता बनर्जी ये टिप्पणी कर रही हैं। मुझे लगता है कि हमें इसका एहसास होना चाहिए…”
शुक्रवार को पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बनर्जी ने कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि इसमें संदेह है कि पार्टी लोकसभा चुनाव में 40 सीटें भी हासिल कर पाएगी।
राज्य-स्तरीय राजनीति को अलग रखना होगा
उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में भाजपा को हराने की कांग्रेस को बनर्जी की चुनौती पर रमेश ने कहा, ”भारत जोड़ो न्याय यात्रा 11 दिनों तक उत्तर प्रदेश में रहेगी। उन्होंने (बनर्जी) कांग्रेस के बारे में बहुत सी बातें कही हैं लेकिन मैं कुछ नहीं कहना चाहूंगा।” कांग्रेस नेता ने जोर देकर कहा कि राज्य-स्तरीय राजनीति को अलग रखना होगा और राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य को अपनाना होगा।