नई दिल्ली । हमास की कैद में फंसे युद्ध बंदियों को मुक्त कराने के लिए बुधवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूस के यहूदी समुदाय के नेताओं से कहा कि मॉस्को ने हमास के साथ इजरायल के संघर्ष में फंसे बंधकों को मुक्त कराने के राजनयिक प्रयासों में काफी कामयाबी हासिल की है। प्रयास लगातार जारी है और जल्द ही इस मामले में पूरी तरह से सफलता मिलेगी।
रशियन न्यूज एजेंसियों की एक रिपोर्ट के अनुसार पुतिन ने रूस के प्रमुख रब्बी, बर्ल लजार और यहूदी समुदाय संघ के प्रमुख, अलेक्जेंडर बोरोदा के साथ एक बैठक में यह टिप्पणी की. पुतिन ने कहा कि रूस ने हमास की राजनीतिक शाखा के साथ अपने संपर्कों का इस्तेमाल किया है. पुतिन ने कहा कि मध्य पूर्व में स्थिति अधिक तनावपूर्ण हो गई है, लेकिन रूस फिर भी बंधकों को छुड़ाने के लिए प्रयास कर रहा है और उनकी मदद के लिए भी सारे प्रयास किए जा रहे हैं. हालांकि इस विषय पर पुतिन ने कुछ खास खुलकर बात नहीं की।
क्या बोले पुतिन
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि मॉस्को के प्रयास, हालांकि रूसी नागरिकों की मदद करने के उद्देश्य से हैं, लेकिन दूसरों की मदद करने के लिए भी हैं. वहां कई बुजुर्ग और उनके परिवार भी शामिल हैं जिन्होंने इस नरसंहार को देखा है. मैं जानता हूं, मैं समझता हूं कि इन प्रयासों को जारी रखना महत्वपूर्ण है, और हम यही कर रहे हैं. बता दें कि रूस, जो लगभग दो साल से चल रहे यूक्रेन संघर्ष के बाद से इजरायल के कट्टर प्रतिद्वंद्वी ईरान के करीब आ गया है, ने फिलिस्तीनी राज्य के लिए अपना समर्थन दोहराया है, और गाजा पट्टी में इजरायली सैन्य कार्रवाई की आलोचना की है।
इजरायली राजदूत का बयान
होलोकॉस्ट में बचे लोगों के बारे में पुतिन का ये बयान ऐसे समय में आया है जब इजरायली राजदूत सिमोना हेल्परिन ने रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और रूसी नीति की आलोचना की थी. रूस के विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने रूसी अखबार कोमर्सेंट के साथ एक साक्षात्कार में उनकी टिप्पणियों की आलोचना की थी. हेल्परिन ने कहा था कि लावरोव ने नरसंहार के महत्व को कम कर दिया था और रूस हमास के साथ बहुत दोस्ताना था. रूस के विदेश मंत्रालय ने उनके इस बयान की आलोचना की थी।