नई दिल्ली। कांग्रेस से शनिवार को बाहर किए गए आचार्य प्रमोद कृष्णम नई तैयारी कर रहे हैं। वे रविवार को अपने अगले कदम की घोषणा कर सकते हैं। कांग्रेस से निष्कासन पर उन्होंने कुछ नहीं कहने से इनकार कर दिया पर यह कहा कि दोपहर 1बजे श्री कल्कि धाम में प्रेस कॉन्फ्रेंस है। वहीं मैं अपने मन की बात कहूंगा।
आचार्य प्रमोद कृष्णम श्री कल्कि धाम (संभल) के पीठाधीश्वर भी हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को 19 फरवरी को श्री कल्कि धाम का शिलान्यास करना है। आचार्य कृष्णम ने फरवरी की शुरुआत में प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात कर श्री कल्कि धाम का शिलान्यास करने का आग्रह किया था। प्रधानमंत्री ने उनके आग्रह को स्वीकार करते हुए इस पुनीत अवसर के लिए प्रसन्नता जताई थी।
बता दें, कांग्रेस ने शनिवार को आचार्य कृष्णम को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में छह साल के लिए निष्कासित कर दिया। कांग्रेस से बाहर होने के बाद आचार्य कृष्णम ने अपने एक्स हैंडल पर राहुल गांधी को टैग करते हुए लिखा, ”राम और राष्ट्र पर समझौता नहीं किया जा सकता।” यहां यह जानना जरूरी है कि आचार्य प्रमोद कृष्णम लगातार सार्वजनिक मंचों पर खुलकर राहुल गांधी का विरोध करते रहे हैं। वह मांग करते रहे हैं कि प्रियंका गांधी को कांग्रेस की कमान देनी चाहिए। इससे ही कांग्रेस का कायाकल्प संभव है।
पिछले कुछ दिनों से वह भाजपा के प्रति सहानुभूति भी दिखा रहे थे। पार्टी लाइन से इतर जाकर आचार्य कृष्णम ने श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का बहिष्कार करने के कांग्रेस के फैसले की खुलकर आलोचना की थी। इसे दुर्भाग्यपूर्ण फैसला बताया था। वह रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने 22 जनवरी को अयोध्या भी गए थे। प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के बाद आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा था, उनसे मिलने के बाद मुझे एहसास हुआ कि उनपर दैवीय कृपा है। वह दैवीय शक्ति के प्रतीक हैं। प्रधानमंत्री से मिलकर मुझे जो अनुभूति हुई, उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।