नई दिल्ली । किसान संगठनों की तरफ से मंगलवार को प्रस्तावित ‘दिल्ली चलो’ मार्च से पहले हरियाणा में प्रशासन की तरफ से व्यापक तैयारियां की गई हैं. एक तरफ जहां पंजाब-हरियाणा बार्डर पर कई जगहों पर कंक्रीट के अवरोधक, सड़क पर बिछने वाले नुकीले अवरोधक, कंटीले तार और बैरिकेड्स लगा दिए गए हैं।
सीमाओं को किले के रूप में तब्दील कर दिया गया है. हरियाणा पुलिस के अलावा रैपिड एक्शन फोर्स की तैनाती की गई. वहीं दूसरी तरफ किसानों को रोकने के लिए हरियाणा सरकार की तरफ से 2 स्टेडियम को टेंपरेरी जेल बनाया गया है।
सिरसा के चौधरी दलबीर सिंह इंडोर स्टेडियम और गुरु गोविंद सिंह स्टेडियम डबवाली को टेंपरेरी जेल बनाया गया है. किसी अप्रिय घटना की स्थिति में किसानों को बड़ी संख्या में गिरफ्तार किया जा सकता है. गिरफ्तारी के बाद उन किसानों को इन स्टेडियमों में बनाई गई टेंपरेरी जेल में रखा जा सकता है. हरियाणा सरकार की तरफ से पूरी कोशिश की जा रही है कि किसानों को दिल्ली की तरफ ना जाने दिया जाएं।
सोनीपत में पेट्रोल पंप संचालकों को दिए सख्त निर्देश
वहीं सोनीपत में जिला प्रशासन की तरफ से पेट्रोल पंप संचालकों को खुले में पेट्रोल ना बेचने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही उन्हें कहा गया है कि ट्रैक्टरों चालकों को 10 लीटर से ज्यादा पेट्रोल और डीजल ना दें. वहीं सोनीपत में 23 ड्यूटी मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है।
हरियाणा के बाद दिल्ली में बढ़ी सख्ती
हरियाणा में अंबाला के साथ-साथ जींद और फतेहाबाद जिलों में भी पंजाब-हरियाणा सीमाओं को बंद कर बैरिकेड्स लगा दिए गए हैं. इसके साथ ही दिल्ली की गाज़ीपुर और सिंघू बॉर्डर पर भी बैरिकेडिंग की गई है. यहीं नहीं दिल्ली पुलिस की तरफ से दिल्ली पुलिस ने हरियाणा और उत्तर प्रदेश से लगी सीमा पर 5 हजार जवानों की तैनाती की है।