मुबंई। चुनाव आयोग ने दिग्गज नेता शरद पवार के गुट को नया नाम “राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-शरदचंद्र पवार” आवंटित किया है। यह नाम इस महीने राज्यसभा की छह सीटों के लिए होने वाले द्विवार्षिक चुनाव में एकल उपयोग के लिए मान्य होगा।
एनसीपी-एसपी ने चुनाव आयोग के अंतरिम व्यवस्था वाले कदम को स्वीकार कर लिया है। यह घटनाक्रम चुनाव आयोग द्वारा मूल अविभाजित एनसीपी नाम और उसका चुनाव चिह्न ‘घड़ी’ शरद पवार के भतीजे और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाले गुट को आवंटित किए जाने के एक दिन बाद आया है। शरद पवार ने घोषणा की कि वह आयोग के इस कदम को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे। इसपर अब संजय राउत का बड़ा बयान सामने आया है।
क्या बोले संजय राउत?
अजित पवार को एनसीपी का नाम और चुनाव चिन्ह मिलने और शरद पवार को अपने गुट के लिए नया नाम मिलने पर, शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “चुनाव आयोग, न्यायालय, गृह मंत्रालय एक ही दिशा में काम कर रहे हैं कि देश में बीजेपी के अलावा कोई भी पार्टी नहीं रहनी चाहिए।।।”
सुप्रीम कोर्ट पहुंचा अजित गुट
अजित पवार गुट ने सुप्रीम कोर्ट में एक कैविएट दायर की है, जिसमें महाराष्ट्र के उपप्रमुख के नेतृत्व वाली पार्टी को मान्यता देने वाले चुनाव आयोग (ईसी) के फैसले को चुनौती देने के लिए शरद पवार गुट द्वारा संभावित कदम की आशंका जताई गई है। आयोग ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री के नेतृत्व वाले गुट को “असली” राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) करार दिया है और पार्टी का चुनाव चिह्न “घड़ी” इसी गुट को आवंटित किया है। बता दें, चुनाव आयोग के फैसले के बाद विपक्ष ने अजित पवार पर जमकर निशाना साधा है।