मुंबई। कांग्रेस को लोकसभा चुनाव से पहले एक और बड़ा झटका लगा है। खबर है कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और दिग्गज नेता अशोक चव्हाण ने इस्तीफा दे दिया है। संभावनाएं जताई जा रही हैं कि वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं। हालांकि, इसे लेकर उन्होंने आधिकारिक तौर पर अब तक कुछ नहीं कहा है। कुछ दिनों पहले ही महाराष्ट्र सरकार में पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी ने भी कांग्रेस को अलविदा कह दिया था।
खबरें हैं कि तीन और विधायक सुभाष धोते, जीतेश अंतरपुरकर और अमर राजपुरकर भी पार्टी बदल सकते हैं। अटकलें ये भी लगाई जा रही हैं कि चव्हाण भाजपा में शामिल हो सकते हैं और पार्टी उन्हें राज्यसभा भेज सकती है। कहा जा रहा है कि भाजपा लोकसभा चुनाव के लिए रणनीति बदलती नजर आ रही है और राज्यसभा के कई बड़े नामों को लोकसभा के चुनावी मैदान में उतार सकती है। हाल ही में भाजपा 13 नामों की लिस्ट जारी की है, जिन्हें राज्यसभा भेजा जा रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा स्पीकर राहुल नार्वेकर से भी मुलाकात की थी। कहा जा रहा है कि वह विधायक पद से इस्तीफा देने के लिए ही नार्वेकर से मिलने पहुंचे थे। खबरें हैं कि वरिष्ठ नेता चव्हाण कुछ समय से कांग्रेस से नाराज चल रहे थे। खास बात है कि महाराष्ट्र में 2024 में ही विधानसभा चुनाव भी होने हैं।
खास बात है कि यह घटनाक्रम ऐसे समय पर हुआ, जब कुछ दिन पहले ही सिद्दीकी ने कांग्रेस को अलविदा कहा था। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उन्होंने लिखा, ‘मैं एक किशोर के तौर पर कांग्रेस में शामिल हुआ था और 48 सालों का यह अहम सफर अच्छा रहा है। आज मैंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे दिया है।’
उन्होंने लिखा, ‘काफी कुछ है, जो मैं बताना चाहता हूं, लेकिन कहते हैं न कि कुछ चीजें नहीं कहना ही बेहतर है। मैं उन सभी का धन्यवाद करना चाहता हूं, जो मेरी इस यात्रा का हिस्सा रहे हैं।’
उन्होंने उपमुख्यमंत्री अजित पवार की अगुवाई वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) से हाथ मिलाया। वह बांद्रा पश्चिम से तीन बार विधायक रह चुके हैं। अटकलें हैं कि उनके बेटे जीशान भी कांग्रेस को अलविदा कह सकते हैं।