नई दिल्ली । फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी समेत कई अन्य मांगों को लेकर किसान संगठन प्रदर्शन कर रहे हैं. केंद्र पर दबाव बनाने को लेकर दिल्ली चलो मार्च को रोके जाने के बाद प्रदर्शनकारी किसान अभी हरियाणा से लगे पंजाब के बॉर्डर्स शंभू और खनौरी पर डेरा डाले हुए हैं।
वहीं केंद्र और किसानों के बीच बातचीत भी जारी है और शाम 6 बजे चंडीगढ़ में चौथे दौर की वार्ता होने वाली है. इस बीच हरियाणा के कुरुक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर तट पर किसान संगठनों और खाप पंचायतों ने सभी संगठनों ने एक मंच पर साथ आकर संघर्ष करने का फैसला लिया।
किसान नेताओं और 3 केंद्रीय मंत्रियों के बीच आज शाम 6 बजे चंडीगढ़ में चौथे दौर की बैठक होने वाली है. इससे पहले गुरुवार रात 5 घंटे तक चली बैठक में दोनों पक्षों के बीच कोई नतीजा नहीं निकला. इससे पहले दोनों के बीच 8 फरवरी और 12 फरवरी को बातचीत हुई थी, और यह भी बेनतीजा रही।
आज की बैठक का इंतजार कर रहेः चढूनी
चौथे दौर की बैठक में केंद्र की ओर से केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा, वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल तथा गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय शामिल होंगे तो किसानों की ओर से ‘दिल्ली चलो’ मार्च का आह्वान करने वाले संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के नेताओं के साथ कई किसान नेता शामिल होंगे।
इस बीच कुरुक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर तट पर रविवार को दिन में किसान संगठनों की हुई बैठक में यह फैसला लिया गया कि हरियाणा के सभी संगठन एक मंच पर एकत्र होंगे और साथ मिलकर अपनी लड़ाई लड़ेंगे. किसान नेता गुरनाम चढूनी ने महापंचायत के बाद कहा कि सरकार के साथ आज शाम होने वाली बातचीत तक इंतजार किया जाएगा. साथ ही खाप पंचायतों और दिल्ली के किसान संगठनों से भी बात की जाएगी।
NDA सांसदों के घर के बाहर प्रदर्शन
दूसरी ओर, पंजाब के लुधियाना में संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में यह तय किया गया कि बीजेपी और एनडीए गठबंधन के सभी सांसदों के खिलाफ 21 फरवरी को पूरे भारत में काले झंडे दिखाने का प्रदर्शन किया जाएगा. 20 से लेकर 22 फरवरी तक 3 दिन के लिए बीजेपी के सांसदों, विधायकों, मंत्रियों और जिलाध्यक्षों के घरों के बाहर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
साथ ही अगले हफ्ते 21 और 22 फरवरी को संयुक्त किसान मोर्चा की जनरल बॉडी की नई दिल्ली में बैठक होगी. इसके बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी।
पूरा देश PM मोदी की ओर देख रहाः पंधेर
किसान नेता गुरनाम चढूनी ने बताया कि हरियाणा के सभी संगठनों को एकजुट किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि दिल्ली के किसानों को भी आंदोलन से जोड़ा जाएगा. इसके लिए चार सदस्यों की एक कमेटी बनाई गई है. उन्होंने कहा कि अब यह सरकार की नियत पर निर्भर करता है कि वार्ता सफल करनी है या आगे टरकाना है. खाप संयोजक ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि पंजाब के किसान दिल्ली आ जाएं तो ट्रैक्टरों की व्यवस्था हो जाएगी।
केंद्र के साथ होने वाली बैठक को लेकर किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंधेर ने बताया कि उन्हें उम्मीद है कि 3 केंद्रीय मंत्रियों के साथ होने वाली बैठक के बाद किसानों को अच्छी खबर मिलेगी. अब गेंद सरकार के पाले में है. उन्होंने कल शनिवार को कहा, “पूरा देश शक्तिशाली प्रधानमंत्री की ओर देख रहा है कि वह साहस दिखाएंगे और एमएसपी की कानूनी गारंटी के अलावा कर्ज माफी पर अध्यादेश के संबंध में अहम फैसला लेंगे।
पंजाबः कुछ हिस्सों में 24 तक बढ़ा इंटरनेट पर रोक
दूसरी ओर प्रदर्शन को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश पर पटियाला, फतेहगढ़ साहिब और संगरूर समेत पंजाब के कुछ जिलों के चुनिंदा इलाकों में इंटरनेट सेवाओं पर जारी प्रतिबंध को बढ़ा दिया गया है और अब यह बैन 24 फरवरी तक जारी रहेगा. इससे पहले किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च को देखते हुए 12 से 16 फरवरी तक इन जिलों में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई थीं।