नई दिल्ली । बायजू रवींद्रन शुक्रवार को हाई-वोल्टेज निवेशक बैठक से पहले ‘लुक आउट नोटिस’ पर नजर गड़ाए हुए हैं ईडी ने बायजू रवींद्रन के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी करने पर जोर दिया है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि संकटग्रस्त एडटेक कंपनी के संस्थापक देश न छोड़ें।
ईडी ने कहा, “कंपनी ने कहा था कि उसने भारत के बाहर महत्वपूर्ण विदेशी धन भेजा और विदेशों में निवेश किया, जो कथित तौर पर फेमा, 1999 के प्रावधानों का उल्लंघन था और इससे भारत सरकार को राजस्व का नुकसान हुआ।”
कंपनी पर अप्रैल 2023 की छापेमारी के बाद ईडी ने एक बयान में दावा किया था कि बायजू पर फेमा सर्च से पता चला है कि कंपनी को 2011 से 2023 तक लगभग ₹28,000 करोड़ का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्राप्त हुआ है। कंपनी ने विभिन्न देशों में ₹9,754 करोड़ भेजे हैं। उसने इसी अवधि में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश के नाम पर दावा किया था।
बायजू रवींद्रन को पहले ही इंटीमेशन पर लुक आउट नोटिस जारी कर दिया गया है। बायजू के कुछ निवेशकों ने उन्हें हटाने की मांग की है। इससे रवींद्रन को इस शुक्रवार को एक हाई-वोल्टेज ईजीएम का सामना करना पड़ेगा। ईटी की रिपोर्ट में कहा गया है कि रवींद्रन पिछले तीन वर्षों से ज्यादातर दिल्ली और दुबई के बीच यात्रा कर रहे हैं।
कर्नाटक हाईकोर्ट ने थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड (बायजू की मूल कंपनी) द्वारा दायर एक याचिका के जवाब में एक आदेश दिया है। इस आदेश में कहा गया है कि चुनिंदा निवेशकों द्वारा बुलाई गई 23 फरवरी की ईजीएम में पारित होने के लिए प्रस्तावित कोई भी प्रस्ताव इस याचिका की अंतिम सुनवाई और निपटारे तक अमान्य है। हालांकि, कोर्ट ने ईजीएम को निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आगे बढ़ने की अनुमति दे दी है।
अधिनियम के तहत भी याचिका दायर की थी
बायजू ने मध्यस्थता और सुलह अधिनियम, 1996 की धारा 9 के तहत याचिका दायर की है। इसमें तर्क दिया गया है कि कुछ इसमें कुछ निवेशक जैसे एमआईएच एडटेक इन्वेस्टमेंट्स, ओन वेंचर्स, जनरल अटलांटिक, चैन जुकरबर्ग इनिशिएटिव, पीक एक्सवी पार्टनर्स, एससीआई इन्वेस्टमेंट्स, एससीएचएफ पीवी मॉरीशस, सैंड्स कैपिटल ग्लोबल, नोवेशन फंड, सोफिना और टी. रोवे प्राइस एसोसिएट्स ने ईजीएम बुलाकर आर्टिकल्स ऑफ एसोसिएशन, शेयरहोल्डर्स एग्रीमेंट और कंपनी एक्ट, 2013 का उल्लंघन किया है।
कंपनी फॉरेन एक्सचेंज उल्लंघन के आरोप
कंपनी फॉरेन एक्सचेंज उल्लंघन के आरोपों का भी सामना कर रही है, जो एलओसी पर जोर देने का एक कारण है। ईडी ने पिछले साल फेमा के तहत कथित उल्लंघनों पर थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड और रवींद्रन को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। बायजू ने कहा कि नोटिस में ईडी द्वारा उठाए गए सवाल पूरी तरह से टेक्नीकल नेचर के थे।