नेपाल। चीन के सबसे चर्चित एप टिकटॉक के खिलाफ नेपाल के सांसदों ने संसद में एक बार फिर आवाज बुलंद की है। सांसदों ने टिकटॉक ऐप को ब्लॉक नहीं करने वाली इंटरनेट सेवा प्रदाता कंपनियों के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही की मांग की है। प्रतिनिधि सभा में जनता समाजवादी पार्टी के सदस्य प्रदीप यादव ने शुक्रवार को यह मुद्दा उठाया। यादव ने सरकार द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने के बावजूद कुछ इंटरनेट सेवा प्रदाता (आईएसपी) कंपनियों के टिकटॉक को ब्लॉक नहीं किए जाने पर आपत्ति जताई।
उन्होंने सरकार से तत्काल ऐसी कंपनियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने की मांग की। उन्होंने कहा कि सरकार के आदेश के बावजूद अगर निजी कंपनी इस तरह की हरकत कर रही हैं तो यह बहुत ही गंभीर मामला है। यादव ने कहा कि टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने के पीछे सुरक्षा भी एक कारण था और आईएसपी कंपनियों के द्वारा इसको नजरअंदाज करने का मतलब सुरक्षा को चुनौती देना है।
यादव ने कहा कि टिकटॉक को ब्लॉक नहीं किए जाने के कारण सामाजिक एवं धार्मिक भावनाएं भड़काने वाली कई सामग्रियां अभी भी टिकटॉक के जरिए धड़ल्ले से वाइरल की जा रही हैं। पिछले दिनों कई स्थानों पर धार्मिक भावनाएं भड़काने में टिकटॉक की भूमिका देखी गई थी। उन्होंने तुरंत ऐसे सामग्रियों को हटाने के लिए टिकटॉक पर लगे प्रतिबंध को कड़ाई से साथ लागू करने की मांग की है। उल्लेखनीय है कि भारत की तरह नेपाल ने पिछले साल चीन के सबसे चर्चित ऐप टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया था।