नई दिल्ली । किसी व्यक्ति की किस्मत कब बदल जाए पता नहीं चलता. पश्चिम बंगाल के दुबराजपुर के रहने वाले और चाय की दुकान चलाने वाले अरुण गोरोई एक झटके में करोड़पति बन गए हैं. उनकी जिस आदत को लोग ‘गलत लत’ मानते थे, उसी ने अरुण की किस्मत पलट दी।
30 रुपये लगाकर लॉटरी के खरीदे एक टिकट से उन्हें एक करोड़ रुपये मिल गए. अचानक मिले इतने पैसों से वो खुश तो हुए, साथ ही डर भी गए. एक करोड़ रुपये वो कैसे संभालेंगे, इसकी उन्हें इतनी चिंता हुई कि वे अपने एक दोस्त को साथ लेकर थाने पहुंच गए और पुलिस वालों से सहायता करने की गुहार लगा डाली. पुलिस के उन्हें कुछ बुरा न होने का आश्वासन देने के बाद ही उनकी जान में जान आई।
बीरभूम जिले के दुबराजपुर नगर पालिका के वार्ड नंबर 6 में रहने वाले अरुण गोराई दुबराजपुर सब-डिविजनल कोर्ट के सामने चाय की छोटी सी दुकान चलाते हैं. इससे रोजाना उनको तकरीबन 400 से 500 रुपए की कमाई हो जाती है. लॉटरी टिकट खरीदने की उन्हें काफी समय से आदत रही है. वह हर दिन रोज 120 से 150 रुपये की लॉटरी खरीदते हैं. बहुत से लोग उनकी इस आदत को एक बुरी लत के रूप में भी देखते हैं।
30 रुपये ने बदली किस्मत
रिपोर्ट के अनुसार, अरुण गोराई ने 30 रुपये लगाकर लॉटरी का टिकट खरीदा था. दोपहर में उन्हें खबर मिली कि उनके टिकट पर 1 करोड़ रुपये का इनाम निकला है. अरुण ने बताया कि उन्हें पहले तो विश्वास ही नहीं हुआ कि इतनी बड़ी रकम जीत चुके हैं. थोड़ी देर बात जब उन्हें तसल्ली हुई तो वो डर गए. वह इस बात को लेकर परेशान थे कि इतनी बड़ी रकम को कैसे संभालेंगे. अपनी यह समस्या उन्होंने अपने पार्षद दोस्त भास्कर रूज को बताई. भास्कर ने पुलिस से राय लेने की सलाह दी. भास्कर का कहना है कि हम यह जानने के लिए पुलिस स्टेशन गए कि पैसों की सुरक्षा के लिए क्या नियम-कानून हैं।
आर्थिक हालत थी खस्ता
अरूण ने बताया, ” मेरी आर्थिक हालत ठीक नहीं थी. मैं अकसर यही सोचता था कि काश किसी दिन मुझे अपनी किस्मत का साथ मिले. मैंने कई बार लॉटरी पुरस्कार जीते हैं, लेकिन इतना बड़ा इनाम पहली बार मिली है. अब मेरे पास पैसा है, तो मैं चाहता हूं कि मेरे परिवार की स्थिति में सुधार हो।