नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद चुनाव आयोग (election Commission)ने इलेक्टोरल बॉन्ड का डेटा जारी कर दिया है। इस लिस्ट में सबसे ऊपर सैंटियागो मार्टिन (santiago martin)की फ्यूचर गेमिंग ऐंड होटल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी (company)का नाम है। सैंटियागो मार्टिन को लॉटरी किंग के नाम से जाना जाता है। इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2019 में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सैंटियागो मार्टिन को लेकर राज्यों को अलर्ट किया था। इसके बाद से ही कंपनी ने जोरदार तरीके से बॉन्ड खरीदने शुरू कर दिए। आंकड़ों के मुताबिक 2019 से 2014 तक कंपनी ने 1300 करोड़ के इलेक्टोरल बॉन्ड खरीद लिए।
कंपनी ने190 करोड़ के इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदा
जिन आठ राज्यों में कंपनी लॉटरी का बिजनस करती थी, केंद्र सरकार ने उन्हें अलर्ट किया था औऱ बताया था कि फ्यूचर गेमिंग ऐंड होटल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड धोखाधड़ी और अनियमितता में संलिप्त है इसलिए उससे दूरी बनाकर रखी जाए। 23 सितंबर 2019 को जारी एक पत्र में केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और पंजाब को पत्र लिखा था। इसके अलावा दूसरे राज्यों में बिग स्टार जी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के नाम से कंपनी कारोबार कर रही थी। रिपोर्ट में बताए गए आंकड़ों की मानें तो अक्टूबर 2019 में एक ही महीने में कंपनी ने190 करोड़ के इलेक्टोरल बॉन्ड खरीद लिए।
सबसे ज्यादा भाजपा को 47.46 फीसदी
चुनाव आयोग के द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक पिछले पांच साल में राजनीतिक दलों को इलेक्टोरल बॉनन्ड से 12769 करोड़ रुपये का चंदा मिला है। इसमें सबसे ज्यादा भाजपा को 47.46 फीसदी औऱ दूसरे नंबर पर टीएमसी को 12.60 फीसदी चंदा मिला। वहीं कांग्रेस तीसरे नंबर पर है। केंद्र ने राज्यों को जो पत्र लिखा था उसमें कहा गया था कि कंपनी के खिलाफ गंभीर आरोप हैं। केंद्र ने राज्यों को ये आरोप गिनाए थे-
केंद्र ने कहा था कि मार्टिन कोलकाता में रहते हैं लेकिन उनके ऑफिस दूसरे राज्यों में भी हैं औऱ अवैध तरीके से लॉटरी के टिकट बेचे जा रहे हैं। इसके लिए जीएसटी भी नहीं जमा करवाया गया है। आरोप था कि वह प्रिंटिंग प्रेस से बिना राज्य सरकार को बताए ही टिकट प्रिंट करवाते हैं। केंद्र ने कहा था कि सैंटियागो की कंपनी धोखाधड़ी के मामलों में लिप्त है और 1000 करोड़ की की कमाई को लेकर सीबीआई जांच कर रही है। यह पैसा प्राइज विनिंग टिकट में हेरफेर करके कमाया गया है।
मार्टिन की सिक्किम स्टेट लॉटरी को केरल में बैन
केंद्र ने कहा था कि केरल में कंपनी ने ई फ्रॉड किए हैं। इसके चलते ही मार्टिन की सिक्किम स्टेट लॉटरी को केरल में बैन कर दिया गया है। इसके अलावा लॉटरी टिकट पर सीरियल नंबर सही नहीं है और ऐसे में लॉटरी नियमों में उल्लंघन किया जा रहा है। केंद्र सरकार ने राज्यों से मार्टिन के लॉटरी बिजनस की डीटेल मांगी थी। जुलाई 2019 को उनकी कंपनी की 250 करोड़ की संपत्ति कुर्क कर दी गई। इसके बाद 2 अप्रैल 2022 को ईडी ने 409 करोड़ की संपत्ति कुर्क की। इस कार्रवाई के पांच जदिन के बाद ही कंपनी ने 100 करोड़ के इलेक्टोरल बॉन्ड खरीद लिए।