नई दिल्ली । किसानों को राहत देने के लिए 14 फसलों की एमएसपी बढ़ाने के बाद केंद्र सरकार मध्य आय वर्ग को भी राहत पहुंचाने वाली है। उम्मीद की जा रही है कि इस साल जुलाई में केंद्र सरकार लघु बचत योजनाओं (एसएसएस) की ब्याज दरों में बढ़ोतरी करने का फैसला ले सकती है।
केंद्र सरकार तिमाही आधार पर लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरों की समीक्षा करती है। इसके आधार पर इन योजनाओं की ब्याज दरों में बदलाव करने का फैसला लिया जाता है। इसके पहले मार्च के अंतिम सप्ताह में अप्रैल से लेकर जून 2024 तक के लिए लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरों को तय किया गया था। अब अगले सप्ताह केंद्र सरकार लघु बचत योजनाओं की समीक्षा के बाद ब्याज दरों में बढ़ोतरी का फैसला ले सकती है।
इन लघु बचत योजनाओं में सुकन्या समृद्धि योजना (एसएसवाई), पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ), राष्ट्रीय बचत प्रमाण पत्र (एनएससी), वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (एससीएसएस) और महिला सम्मान बचत योजना जैसी योजनाएं शामिल है। इसके अलावा मंथली इनकम स्कीम और किसान विकास पत्र जैसी योजनाएं भी लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हैं।
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना के तहत फिलहाल 8.2 प्रतिशत ब्याज दिया जाता है। मंथली इनकम स्कीम के तहत 7.4 प्रतिशत, राष्ट्रीय बचत प्रमाण पत्र योजना के तहत 7.7 प्रतिशत, पब्लिक प्रोविडेंट फंड स्कीम के तहत 7.1 प्रतिशत, किसान विकास पत्र के तहत 7.5 प्रतिशत, सुकन्या समृद्धि योजना के तहत 8.2 प्रतिशत, और महिला सम्मान सेविंग स्कीम के तहत 7.5 प्रतिशत, ब्याज का भुगतान किया जा रहा है। माना जा रहा है कि जुलाई से अगस्त की तिमाही के लिए इन बचत योजनाओं में 0.5 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की जा सकती है।