नई दिल्ली। लोगों को अभी भीषण गर्मी के झटकों से राहत नहीं मिल रही थी कि इसी बीच महंगाई भी आम जनता को झटका देने वाली है. लोकसभा चुनाव का दौर खत्म होते ही महंगाई का दौर शुरू होने वाला है. दरअसल, पसीने छुड़ाने वाली गर्मी में एसी और फ्रिज के रेट बढ़ गए हैं. अब राहत पाने के लिए लोगों को फ्रिज, वॉशिंग मशीन, माइक्रोवेव ओवन, पंखे, किचन अप्लायंस, वायर और पंप जैसे इलेक्ट्रिकल कंज्यूमर गुड्स खरीदने के लिए 2-5% ज्यादा खर्च करना पड़ेगा.
सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया, हैवेल्स, बजाज इलेक्ट्रिकल्स और वी-गार्ड इंडस्ट्रीज जैसे बड़े निर्माताओं ने या तो कीमतें बढ़ाई हैं या अपने डीलरों को सूचित किया है कि वे ऐसा करने वाले हैं. इंडस्ट्री एग्जीक्यूटिव्ज के अनुसार कॉपर और एल्यूमीनियम जैसी चीजों के दामों में 20-25 फीसदी की बढ़ोतरी, पिछले दो-चार महीनों में लाल सागर क्राइसिस के कारण माल ढुलाई लागत में तेजी के अलावा रुपये के अवमूल्यन से भाव बढ़ने का ताजा दौर लगभग नौ महीने बाद आया है. इसी कड़ी में देश की दूसरे सबसे बड़े घरेलू उपकरण निर्माता कंपनी सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया ने अपने ट्रेड पार्टनर्स को वाट्सएप मैसेज के जरिये इस बारे में बताया है. उन्होंने बताया कि रुपये के अवमूल्यन से इनपुट लागत में बढ़ोतरी को ध्यान में रखते हुए वह होम एप्लायंस कैटेगरी में जून से 2.5% की कीमत बढ़ोतरी पर विचार कर रही है.
इकोनॉमिक टाइम्स के मुताबिक कंपनी ने इस महीने केबल और तारों की कीमतें बढ़ाई हैं. पिछली तिमाही में दाम बढ़ाए गए थे. तांबा और एल्यूमीनियम की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण एयर-कंडीशनर और रेफ्रिजरेटर की कीमतें 5-7% तक बढ़ सकती हैं. हैवेल्स के एमडी ने इकोनॉमिक टाइम्स को बताया कि कंज्यूमर ड्यूरेबल इंडस्ट्री में मार्जिन बहुत कम होते हैं. लिहाजा, इनमे इनपुट लागत में बढ़ोतरी को पास करना पड़ता है. केबल तार के लिए मार्जिन और भी कम होता है. इसलिए हमें कीमतें बढ़ानी पड़ती हैं.
गोदरेज एप्लायंसेस के बिजनेस हेड, कमल नंदी ने इकोनॉमिक टाइम्स को बताया कि इनपुट लागत पर कुल प्रभाव लगभग 2-3% है. कीमत बढ़ोतरी जरूरी है. टेलीविजन निर्माता भी कीमत बढ़ाने पर विचार कर सकते हैं. कुछ छोटे ब्रांड जून में 4-6% की बढ़ोतरी की योजना बना रहे हैं. वहीं, कुछ कंपनियों ने AC फ्रिज जैसे इलेक्ट्रिकल अप्लाइंसेस के नए रेट्स अपडेट कर दिए हैं.