नई दिल्ली। पेटीएम की मुश्किलें और बढ़ने वाली हैं। पेटीएम की पेरेंट कंपनी One97 Communications को 29 फरवरी के बाद पेटीएम पेमेंट्स बैंक को सपोर्ट नहीं करेगी। RBI ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक को किसी तरह की रियायत देने से इनकार कर दिया है।
पेटीएम के मालिक विजय शेखर शर्मा की बातचीत केंद्रीय बैंक के अधिकारियों से हुई थी। इसमें उन्होंने पेटीएम पेमेंट्स बैंक को कुछ रियायत देने की गुजारिश की थी लेकिन केंद्रीय बैंक के अधिकारियों ने इस मामले में किसी तरह की मदद देने से इनकार कर दिया।
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मामले से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि केंद्रीय बैंक के अधिकारियों ने शर्मा से कहा कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक को इस बारे में खुद बैंकों और नेशनल पेमेंट्स कोऑपरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) से बात करनी होगी। मोबाइल पेमेंट प्लेटफॉर्म UPI का प्रबंधन एनपीसीआई करता है। आरबीआई के अधिकारियों ने शर्मा से यह भी कहा कि केंद्रीय बैंक इस बारे में किसी बैंक से बात नहीं करेगा।
पेटीएम के कस्टमर्स अकाउंट्स में बैंकों की दिलचस्पी नहीं
RBI ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक (PPBL) के कंप्लायंस में जो कमियां पाई हैं, उसके बाद ज्यादातर बैंक पीपीबीएल के कस्टमर्स अकाउंट्स को अपने पास ट्रांसफर करने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे। ज्यादातर बैंक RBI के निर्देश के बगैर PPBL के कस्टमर अकाउंट्स को लेने के लिए तैयार नहीं हैं। पेटीएम के प्लेटफॉर्म पर 3 करोड़ से ज्यादा मर्चेंट्स हैं। इनमें से करीब 20 फीसदी यानी करीब 60 लाख मर्चेंट्स सेटलमेंट अकाउंट के रूप में पीपीबीएल का इस्तेमाल करते हैं।
फरवरी खत्म होने से पहले करने होंगे अकाउंट्स ट्रांसफर
पेटीएम ऐप पर ज्यादातर यूपीआई एड्रेसेज में स्पॉन्सर बैंक के रूप में पीपीबीएल का नाम दिखता है। यह उनके वर्चुअल पेमेंट एड्रेस में ‘@paytm’ के रूप में दिखता है। पेटीएम को इन सभी बैंक अकाउंट्स को 29 फरवरी से पहले किसी थर्ड पार्टी बैंक के पास ट्रांसफर करना होगा। इसके बाद ही ये अकाउंट होल्डर्स यूपीआई का इस्तेमाल कर सकेंगे। पेटीएम के ग्रॉस मर्चेंडाइज वैल्यू में यूपीआई अकाउंट्स की 90 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी है।