मुंबई। इस सप्ताह घरेलू शेयर बाजारों की चाल बड़ी कंपनियों के तिमाही परिणामों, वैश्विक रुझान और ब्याज दर पर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के निर्णय से तय होगी। विश्लेषकों ने यह राय जताई है। विश्लेषकों का कहना है कि अंतरिम बजट और अमेरिकी केंद्रीय बैंक के नीतिगत निर्णय के बाद अब बाजार भागीदारों का ध्यान केंद्रीय बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा पर है। घरेलू मोर्चे पर मौद्रिक नीति समिति की बैठक छह-आठ फरवरी को होने वाली है। कंपनियों के तीसरी तिमाही के नतीजों पर भी सभी की नजरें रहेंगी।
इस सप्ताह भारती एयरटेल, पावर ग्रिड, नेस्ले, ल्यूपिन और टाटा पावर अपने तिमाही नतीजों की घोषणा करेंगी। उन्होंने कहा कि इसके अलावा बाजार भागीदार डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल और कच्चे तेल की कीमतों पर भी नजर रखेंगे। साथ ही विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) और घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) की गतिविधियां भी महत्वपूर्ण रहेंगी। बाजार के जानकार कहते हैं कि अब अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक के नतीजों और अंतरिम बजट के बाद सभी की नजरें इस सप्ताह आरबीआई की मौद्रिक समीक्षा बैठक पर होंगी।
एक अन्य बाजार विशेषज्ञ कहते हैं कि अब बाजार का ध्यान चालू वित्त वर्ष के तीसरी तिमाही के नतीजों पर रहेगा। आने वाले दिनों में अशोक लेलैंड, भारती एयरटेल, अपोलो टायर्स, नेस्ले, ग्रासिम, एलआईसी जैसी कई कंपनियां अपने नतीजे घोषित करेंगी। हमारा अनुमान है कि इस सप्ताह बाजार में काफी उतार-चढ़ाव रहेगा। सभी की निगाह कंपनियों के तिमाही नतीजों तथा रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा बैठक पर रहेंगी। वैश्विक मोर्चे पर हमारा अनुमान है कि अमेरिकी बाजार में उछाल से स्थानीय शेयर बाजारों को भी मजबूती मिलेगी।