Tuesday, November 26, 2024
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AIMIM नेता की कार रोककर मारी गोली, हथियार लहराते हुए बदमाश फरार, बिहार कत्‍ल से भड़के ओवैसी

What is the difference between first degree murder, second degree murder  and manslaughter? - Joshua Rogala | Winnipeg Criminal Defence Lawyer

नई दिल्‍ली । बिहार के गोपालगंज(Gopalganj of Bihar) जिले में एक दुखद घटना में हमलावर ने AIMIM के प्रदेश सचिव और सारण प्रभारी अब्दुल सलाम उर्फ असलम मुखिया (Abdul Salam alias Aslam Mukhiya)की गोली मारकर हत्या कर दी. यह दुखद घटना गोपालगंज (Tragic incident Gopalganj)के नगर पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में तुरकाहा पुल के पास एनएच 531 पर हुई. मृतक असलम मुखिया ने हाल ही में नवंबर 2023 में गोपालगंज सदर सीट के लिए विधानसभा उपचुनाव लड़ा था और वह गोपालगंज मदरसा इस्लामिया के सचिव भी थे. AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने उनकी हत्या को लेकर एक्स पर लिखा, “हमारे ही नेता क्यों निशाने पर?”

एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने असलम मुखिया नाम से मशहूर अब्दुल सलाम की हत्या की जानकारी सोशल मीडिया साइट एक्स पर शेयर की. उन्होंने लिखा, “गोपालगंज उपचुनाव में AIMIM के पूर्व उम्मीदवार सह प्रदेश सचिव अब्दुल सलाम असलम मुखिया की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. अल्लाह से दुआ करता हूँ के उनके परिवार वालों सब्र-ए-जमील अता करे. पिछले साल दिसंबर में हमारे सिवान के जिलाध्यक्ष आरिफ जमाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.

असद ओवैसी ने साथ ही नीतीश कुमार सरकार पर हमला भी किया और कहा, “नीतीश कुमार अपनी कुर्सी-बचाओ खेल प्रतियोगिता से समय मिल जाये तो थोड़ा काम भी कर लीजिए? सिर्फ हमारे ही नेता क्यों निशाने पर हैं? क्या उनके परिवारों को इंसाफ़ मिलेगा?”

कार रोकी और असलम मुखिया को मार दी गोली

कथित तौर पर, असलम मुखिया अपने करीबी दोस्त फैसल इमाम मुन्ना के साथ लखनऊ के लिए ट्रेन पकड़ने के लिए थावे जंक्शन जा रहे थे, तभी मोटरसाइकिल पर सवार हमलावरों ने उनकी कार रोकी और उन्हें गोली मार दी. हमले के बाद हमलावर हथियार लहराते हुए मौके से भाग गए, जबकि आसपास मौजूद लोगों ने असलम मुखिया को सदर अस्पताल के आपातकालीन वार्ड में पहुंचाया. अस्पताल में डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

एसआईटी टीम कर रही मामले की जांच

एसपी स्वर्ण प्रभात ने मामले की गंभीरता पर जोर देते हुए सदर एसडीपीओ प्रांजल के नेतृत्व में विशेष जांच दल (एसआईटी) टीम बनाने का ऐलान किया है. जिला खुफिया इकाई (डीआईयू) और एसआईटी दोनों अपराधियों को पकड़ने के लिए सक्रिय रूप से छापेमारी कर रही हैं. सदर एसडीपीओ के साथ पुलिस टीम ने सदर अस्पताल में अपनी जांच शुरू कर दी है

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