Saturday, November 23, 2024
No menu items!

सुगम्य भारत ऐप में जोड़ें जाएंगे AI फीचर्स, दिव्यांगों की मदद करेगा यह सरकारी App

Essay on sugamya bharat abhiyan in hindi, article, paragraph, information:  सुगम्य भारत अभियान पर निबंध, लेख, जानकारी

नई दिल्‍ली । आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस यानी एआई टेक्नोलॉजी (AI technology)धीरे-धीरे पूरे लोगों के जीवन का एक जरूरी हिस्सा बनते जा रहा है। इस टेक्नोलॉजी ने बहुत कम समय में ही काफी लोकप्रियता हासिल (gain popularity)कर ली है। भारत समेत दुनियाभर (Whole world)के कई देशों में इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल (use of technology)होने लगा है। भारत में भी सरकार इस टेक्नोलॉजी की मदद से जनता की मदद करना चाहती है और उसी का एक नमूना सुगम्य भारत ऐप है।

दिव्यांगों के ऐप में मिलेंगे एआई फीचर्स

दरअसल, सरकार ने देश में मौजूद विकलांग लोगों की मदद के लिए इस ऐप को बनाया था। इस ऐप के जरिए विकलांग लोगों की तमाम तरीकों से मदद करने की कोशिश की जाती है। अब सरकार ने इस ऐप को दोबारा से डिजाइन करने का फैसला किया है।

सरकार अपने इस ऐप में एआई टेक्नोलॉजी वाले कुछ खास फीचर्स को शामिल करने वाली है, जिसकी वजह से यह ऐप देश में रहने वाले विक्लांग लोगों के लिए पहले से भी ज्यादा सुविधाजनक हो जाएगा। पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के सचिव राजेश अग्रवाल ने इसके बारे में बात करते हुए बताया कि, हम एआई टेक्नोलॉजी के जरिए वार्षिक रिपोर्ट, अलग-अलग स्किम्स, जिला के हालिया डेटा और सुप्रीम कोर्ट, हाई कोर्ट के खास फैसलों की जानकारियों को शामिल करेंगे।

क्या-क्या नया होगा?

इसके लिए दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, नेशनल एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड , एनजीओ मिशन एक्सेसिबिलिटी और शोध संस्थान आई-एसटीईएम के बीच में एक समझौता ज्ञापन (MOU) साइन किया गया है। इसके बारे में बात करते हुए राजेश अग्रवाल ने कहा कि, इस समझौते का मकसद इस ऐप को विकलांग लोगों के लिए पूरी तरह से आसान बनाना है, ताकि वो एआई फीचर्स की मदद से उन्हें बहुत सारी भाषाओं में इस ऐप को इस्तेमाल करने का मौका मिल सके, किसी भी खास जानकारी को एआई टेक्नोलॉजी की मदद से पहुंचाया जा सके।

उन्होंने बताया कि सुगम्य भारत ऐप में एआई फीचर आने के बाद लोगों को एआई चैटबॉट, बहुत सारी भाषाओं का सपोर्ट, आसान इंटरफेस, शिकायत करने की सुविधा और फीडबैक देने की सुविधा जैसे कई खास फीचर्स मिलेंगे। ये सुविधाएं देशभर में मौजूद हजारों दिव्यांग लोगों को सशक्त बनाएंगी।

RELATED ARTICLES

Most Popular