नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी जल्द ही एक नये अभियान की शुरुआत करने जा रही है। अगली 12 फरवरी से शुरू होने वाले इस अभियान को पार्टी ने नाम दिया है- ग्राम परिक्रमा अभियान।
पार्टी इस अभियान के जरिए शहरों ही नहीं बल्कि गांव-गांव के जन-जन से जुड़ना चाहती है। पार्टी का मकसद इस अभियान के जरिये आम लोगों के लिए सरकार की योजनाओं को जमीनी स्तर तक पहुंचाना है।
भारतीय जनता पार्टी का एक और गांव चलो अभियान के बाद यह सबसे बड़ा अभियान है। पार्टी ने इस अभियान की शुरुआत के लिए उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले का चुनाव किया है। यहां से यह अभियान पहले पूरे उत्तर प्रदेश और उसके बाद फिर दूसरे राज्यों में जायेगा। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा मुजफ्फरनगर के शुक्रतीर्थ से इस अभियान की शुरुआत करेंगे।
ग्रामीण वोटरों पर पार्टी की नजर
इस अभियान के तहत बीजेपी लोकसभा चुनाव के पहले गांव गांव जाएगी और ग्रामीण वोटरों के घर दस्तक देगी। यह अभियान करीब एक महीने तक चलेगा।पार्टी के मकसद इस अभियान के जरिए देश भर में एक लाख चालीस हजार गांवों की परिक्रमा करना है।
बीजेपी इस अभियान के तहत गांवों में चौपाल लगाएगी। साथ ही केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार की योजनाओं की जानकारी देगी। पार्टी सूत्रों का कहना है कि इस दौरान पार्टी कार्यकर्ता लोगों से सुझाव भी लेंगे।
क्या है ग्राम परिक्रमा अभियान?
बीजेपी इस अभियान के तहत रोजाना 5 से 8 गांवों की परिक्रमा करने की तैयारी में है। इस दौरान सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों से भी संवाद करने का कार्यक्रम है। हालांकि यह संवाद विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत भी किये जा रहे हैं लेकिन ग्राम परिक्रमा अभियान के तहत उन सभी लोगों से बात की जायेगी जो इसके हकदार हैं लेकिन अब तक वंचित हैं।
बीजेपी की कोशिश इस तरह के अभियानों के जरिए अधिक से अधिक वोटरों को रिझाना और वोट फीसदी ही नहीं बल्कि सीटों की संख्या भी बढ़ाना है। बीजेपी ने पिछले लोकसभा चुनाव में 303 सीटों पर विजय हासिल की थी लेकिन इस बार पार्टी ने 400 पार का नारा दिया है और यही वजह है पार्टी की ओर से एक साथ कई प्रकार की रणनीतियां अपनाई जा रही हैं।