प्रयागराज । बसपा सुप्रीमो मायावती ने बीजेपी और कांग्रेस पर हमला बोला है। मायावती ने कहा है कि आपदा पर राजनीति करना ठीक नहीं है।उन्होंने शनिवार को सोशल मीडिया एक्स पर लिखा है कि आपदाओं के कारण देश भर में हो रही जान-माल की भारी हानि पर भी ख़ासकर भाजपा व कांग्रेस द्वारा, जन व देशहित को ताक़ पर रखकर, जिस प्रकार से संसद के भीतर व बाहर राजनीति की जा रही है और इसमें भी एक-दूसरे को गलत व नीचा दिखाने के अवसर तलाशे जा रहे हैं ये अनुचित, दुखद व चिन्तनीय है्।
इन सभी घटना में कांग्रेस व भाजपा सरकारे कसूरवार
मायावती ने आगे लिखा कि दोनों को देश की चिन्ता ’ब्लेम गेम’ की बजाय, जलवायु/ पर्यावरण की अनदेखी करके जनसुविधा आदि के नाम पर हो रहे असंतुलित विकास को लेकर है, जिसके लिए कांग्रेस व भाजपा की सरकारें ज्यादातर कसूरवार हैं, किन्तु अब इसके प्रति पूरी तरह से गंभीर होकर सुनियोजित तरीके से काम करने की जरूरत है ।
2. जबकि देश की चिन्ता ’ब्लेम गेम’ की बजाय, जलवायु/ पर्यावरण की अनदेखी करके जनसुविधा आदि के नाम पर हो रहे असंतुलित विकास को लेकर है, जिसके लिए कांग्रेस व भाजपा की सरकारें ज्यादातर कसूरवार हैं, किन्तु अब इसके प्रति पूरी तरह से गंभीर होकर सुनियोजित तरीके से काम करने की जरूरत। 2/2
— Mayawati (@Mayawati) August 3, 2024
जातीय जनगणना कराने के नाम पर कांग्रेस व भाजपा नाटकबाज
इससे पहले बसपा सुप्रीमो ने बुधवार को सोशल मीडिया एक्स पर लिखते हुए बीेजेपी और कांग्रेस पर हमला किया था। उन्होंने कहा था कि जाति व जातीय जनगणना कराने के नाम पर कांग्रेस व भाजपा नाटकबाजी कर रही है। इसके सहारे ओबीसी समाज को छलने की कोशिश की जा रही है, क्योंकि इनके आरक्षण को लेकर दोनों ही पार्टियों का इतिहास खुलेआम व पर्दे के पीछे भी घोर ओबीसी-विरोधी रहा है। इन पर विश्वास करना ठीक नहीं है।बसपा के प्रयासों से यहां लागू हुई ओबीसी आरक्षण की तरह ही राष्ट्रीय जातीय जनगणना जनहित का एक खास राष्ट्रीय मुद्दा है। इसके प्रति केंद्र को गंभीर होना जरूरी है। देश के विकास में करोड़ों गरीबों-पिछड़ों व बहुजनों का हक भी है। इसकी पूर्ति में जातीय जनगणना की अहम भूमिका है।