नई दिल्ली । देश में लोकसभा चुनाव का महासमर शुरू होने वाला है। राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी तैयारी तेज कर दी है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) का सबसे ज्यादा फोकस दक्षिणी राज्यों में है।
पिछले लोकसभा चुनाव 2019 में केरल में भाजपा का खाता नहीं खुला था, इसलिए पार्टी इस बार दूसरे दलों के बड़े परिवार में सेंध लगा रही है। आइए जानते हैं कि कौन हैं पद्मजा वेणुगोपाल।
पिछले दिनों कांग्रेस के दिग्गज नेता एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी ने केरल में भाजपा का दामन थाम लिया था। पार्टी ने उन्हें केरल की पत्तनमतिट्टा सीट से उम्मीदवार घोषित किया है। एक और कांग्रेस के सीनियर लीडर के करुणाकरण की बेटी पद्मजा वेणुगोपाल भी बीजेपी में शामिल हो सकती हैं। इसे लेकर अटकलों का बाजार गरम है। भाजपा पद्मजा वेणुगोपाल को अपने पाले में करके कांग्रेस को बड़ी चुनौती दी सकती है।
करुणाकरण की बेटी हैं पद्मजा वेणुगोपाल
पद्मजा वेणुगोपाल कांग्रेस के दिग्गज नेता के करुणाकरण की बेटी हैं। पिता करुणाकरण जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी करीबी माने जाते थे। वे सीएम से लेकर केंद्रीय मंत्री तक रहे। पद्मजा ने स्नातक किया है और उनके पति एक डॉक्टर हैं। नायर समुदाय से आने वाली पद्मजा वेणुगोपाल साल 2004 में लोकसभा चुनाव और 2016-21 में विधानसभा चुनाव हार गई थीं। इस वक्त वह केरल कांग्रेस इकाई की पदाधिकारी हैं।
केरल में भाजपा को मिलेगी मजबूती
अनिल एंटनी के बाद पद्मजा वेणुगोपाल के आने से भाजपा को केरल में मजबूती मिलेगी। दोनों नेताओं को अपने परिवार का फायदा मिल सकता है, जिससे इस लोकसभा चुनाव में पार्टी केरल में कुछ सीटें झटक सकती है। बताया जा रहा है कि भाजपा की ओर से पद्मजा वेणुगोपाल लोकसभा चुनाव लड़ सकती हैं।
कांग्रेस नेता मुरलीधरन ने भाजपा पर साधा निशाना
कांग्रेस नेता पद्मजा वेणुगोपाल के भाजपा के शामिल होने की संभावना पर पार्टी नेता के मुरलीधरन ने कहा कि पद्मजा का यह एक दुर्भाग्यपूर्ण फैसला है। उन्होंने ऐसे समय में यह निर्णय लिया है, जब कांग्रेस केरल की सभी 20 सीटें जीतने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। पार्टी में उनका एक अलग ही महत्व है। पद्मजा के जॉइन कराने से भाजपा को कोई फायदा नहीं होने वाला है।