कोलकाता । पश्चिम बंगाल समेत देशभर के कई शहरों में ऐसे दृश्य आम है जब सड़कों पर सरपट भागती गाड़ियों के कांच नीचे होते हैं और उसमें बैठा हुआ शख्स खाने-पीने की चीजों के खाली पैकेट सड़कों पर फेंक देता है। ऐसी ही घटना कोलकाता में सामने आई है। पर कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम की पत्नी रूबी हकीम ने सड़क पर चिप्स का पैकेट फेंकने वाले शख्स का पीछा किया और गाड़ी रुकवा कर वही पैकेट उसे वापस कर दिया। इस वाकये के बारे में खुद फिरहाद हकीम ने बताया है।
इस घटना ने 25 साल पुरानी एक और घटना की यादें ताजा कर दी जब वाममोर्चा सरकार में मंत्री रह चुके कोलकाता नगर निगम के तत्कालीन मेयर परिषद कांति गांगुली ने भी कुछ ऐसा ही किया था। मेयर फिरहाद हकीम ने बताया कि वह अपनी पत्नी के साथ गाड़ी में बैठकर जा रहे थे। तभी सामने की गाड़ी की खिड़की से एक शख्स ने चिप्स का खाली पैकेट सड़क पर फेंक दिया और गाड़ी की गति बढ़ाकर जाने लगा। पत्नी रूबी इसे देखने के बाद खुद पर काबू नहीं रख सकीं। उसने अपनी गाड़ी रूकवाई, खाली चिप्स का पैकेट लिया और ड्राइवर को उस गाड़ी का पीछा करने को कहा जिसमें से इसे फेंका गया था। थोड़ी ही दूर बाद ड्राइवर ने उस गाड़ी को सामने से ओवरटेक कर सड़क पर रोक लिया। गाड़ी से जब मेयर और उनकी पत्नी निकले, तो दूसरी गाड़ी में सवार शख्स घबरा गया। हालांकि रूबी गांगुली ने बहुत ज्यादा कुछ नहीं बोला। उन्होंने प्यार से उसे कहा कि आपने एक मूल्यवान चीज सड़क पर फेंक दी थी, वही आपको लौटाने आई हूं, और खाली चिप्स का पैकेट वापस कर दिया। मेयर से पूछा गया कि जब यह सब हुआ तो आरोपित शख्स ने क्या कहा था? तो उन्होंने बताया कि वह काफी लज्जित हुआ और उसने केवल माफी मांगी थी।
ऐसी ही एक घटना आज से 25 साल पहले 1999 में भी हुई थी, जब माकपा नेता कांति गांगुली कोलकाता के मेयर परिषद के सदस्य थे। तब उन्होंने भी सड़क पर ऐसे ही एक व्यक्ति की ओर से कूड़ा फेंकने के बाद उसे उठाकर शख्स का पीछा किया था और वापस उसकी गाड़ी में डाल दिया था। कांति गांगुली ने उस वाकये का जिक्र किया। कांति 80 साल के हो चुके हैं लेकिन घटना को भूले नहीं हैं। उन्होंने बताया कि किस तरह से कोलकाता में कचरे को ढोने वाली गाड़ियों के लिए नियम बनाए थे।
पहले कचरा टिप के हिसाब से ढोया जाता था। जितनी बार गाड़ियां अप डाउन करेंगी, उतना पैसा देना पड़ता था, लेकिन कांति गांगुली ने वजन तय कर दिया था कि एक गाड़ी में इतने ही वजन का कचरा जाएगा। इसकी वजह से टिप कम हो गए और नगर निगम का पैसा बचा था। निवर्तमान मेयर फिरहाद हकीम कोलकाता समेत अन्य शहरों की साफ सफाई के बारे में कहते हैं कि जब तक लोग सचेत नहीं होंगे तब तक साफ सफाई सुनिश्चित कर पाना संभव ही नहीं है।