नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने श्रीलंका और भारत में लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल इलम (एलटीटीई) को सक्रिय व मजबूत करने के मामले में 14वें आरोपित के खिलाफ आरोप-पत्र दायर किया है। एनआईए ने शनिवार को कहा कि यह आरोप-पत्र लिंगम ए उर्फ आदिलिंगम के खिलाफ दायर किया गया है। अब तक 16 लोग आरोपित हैं। इस मामले कार्रवाई जारी है।
एनआईए प्रवक्ता ने बताया कि नशीली दवाओं और हथियारों के अवैध व्यापार के माध्यम से प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन को सक्रिय व मजबूत करने की साजिश रचने के आरोप में आदिलिंगम आरोपित है। आदिलिंगम ने नशीली दवाओं की बिक्री से प्राप्त हवाला धन के संग्रह के लिए एक एजेंट के रूप में भी काम किया था, जिसे एलटीटीई की गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए हस्तांतरित किया जा रहा था।
एनआईए के आरोप-पत्र के मुताबिक आदिलिंगम तमिल फिल्म उद्योग में प्रोडक्शन एक्जीक्यूटिव के रूप में काम कर रहा था जबकि वह गुप्त रूप से प्रमुख एलटीटीई नेताओं व कैडरों और ड्रग तस्करों के प्रमुख संचालक के रूप में काम कर रहा था, जिसमें श्रीलंका के नागरिक गुनासेकरन और उनके बेटे थिलिपन भी शामिल थे।
उल्लेखनीय है कि 15 जून, 2023 को एनआईए ने इसी मामले में 13 आरोपितों के खिलाफ विशेष अदालत के समक्ष आरोप पत्र दायर किया था। इस आरोप पत्र में उन पर हिंद महासागर के जलीय क्षेत्र में आतंकवादी गतिविधियों और मादक पदार्थों की तस्करी को अंजाम देने के लिए तमिलनाडु के विभिन्न हिस्सों में साजिश रचने का आरोप लगाया गया था।
ऐसा ही एक मामला 2021 में भारतीय एजेंसियों द्वारा पकड़ी गई एक बड़ी खेप की जब्ती के बाद एनआईए कोच्चि शाखा द्वारा दर्ज केस और उसकी जांच में सामने आया था। इस खेप में 300 किलोग्राम से अधिक हेरोइन, पांच एके -47 राइफलें और 1,000 राउंड पाक निर्मित गोला-बारूद शामिल थे। उस मामले में नौ आरोपितों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया गया था, जिसका मुकदमा चल रहा है।