नई दिल्ली। आईजीआई एयरपोर्ट पर पुलिस टीम ने फर्जी वीजा रैकेट मामले में एक और आरोपित एजेंट को गिरफ्तार किया है। इसी मामले में पहले तीन आरोपित को गिरफ्तार किया था । इन लोगों ने हरियाणा के रहने वाले एक शख्स से मोटी रकम लेकर उसे जयपुर एयरपोर्ट से अज़रबैजान भेजा था। जब वह हवाई यात्री इस्तांबुल एयरपोर्ट पहुंचा तो उसके कागजात जांच में फर्जी निकले और फिर उसे वापस दिल्ली एयरपोर्ट पर भेज दिया गया था। उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और आगे की पूछताछ हुई तो पूरे फर्जीवाड़े का पता चला था।
डीसीपी उषा रंगनानी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपित की पहचान विनय कुमार अग्रवाल के रूप में हुई है। वह दिल्ली के मोहन गार्डन के रामा पार्क रोड का रहने वाला है। लगभग डेढ़ साल पहले 2022 में दर्ज मामले में इसकी तलाश थी। यह विदेश भेजने के नाम पर फर्जी वीजा पासपोर्ट उपलब्ध कराने वाले गैंग का एक हिस्सा था। इस्तांबुल से एक साथ तीन भारतीय नागरिक को वापस डिपोर्ट किया गया था, जिसमें पंजाब के रहने वाले गुरमीत सिंह, हरियाणा के रहने वाले साहिल और विक्रम थे।
उसमें से साहिल के मामले में पूछताछ में पुलिस को पता चला था कि उससे 20 लाख की डिमांड की गई थी और फर्जी वीजा पासपोर्ट बनाकर दिया गया था। कुछ दिन पहले पुलिस ने इसी मामले में हरियाणा के रहने वाले एक एजेंट केवल सिंह को गिरफ्तार किया था। आगे की जांच करते हुए पुलिस टीम ने आगे की कार्रवाई जारी रखी और फिर विनय अग्रवाल तक पहुंचने में कामयाब हो गई।