बेंगलुरु। कई महिलाओं से यौन शोषण के आरोप झेल रहे प्रज्ज्वल रेवन्ना को जेडीएस से निलंबित कर दिया गया है। विपक्ष की घेराबंदी के बीच पार्टी ने बड़ा फैसला किया है। इस मामले को लेकर कर्नाटक की राजनीति में हलचल मची हुई है। जद (एस) कोर कमेटी के अध्यक्ष जीटी देवगौड़ा ने कहा कि प्रज्ज्वल रेवन्ना के खिलाफ एसआईटी का स्वागत करते हैं। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने एसआईटी जांच पूरी होने तक उन्हें पार्टी से निलंबित करने की सिफारिश करने का निर्णय लिया है। बता दें कि मौजूदा लोकसभा चुनाव में रेवन्ना कर्नाटक की हासन सीट से पार्टी के उम्मीदवार हैं।
राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस के हमलों के बीच पूर्व मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने कहा था कि प्रज्ज्वल को निलंबित करने को लेकर पहले ही चर्चा हो चुकी है। अब हुबली में कोर कमेटी की बैठक होगी, जिसमें हासन सांसद के निलंबन की सिफारिश की जाएगी। उन्होंने कहा था कि रेवन्ना संसद सदस्य हैं, इसलिए उनके निलंबन का फैसला दिल्ली से किया जाना है। कुमारस्वामी ने भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मामले से दूर रखने की भी मांग की है।
कुमारस्वामी ने कहा था कि प्रज्ज्वल रेवन्ना के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों की जांच कर रही एसआईटी को इस बात की भी जांच की जानी चाहिए कि पेन-ड्राइव कहां तैयार की गई और किसने बड़ी संख्या में इन वीडियो को प्रसारित किया। उन्होंने यह भी कहा कि अब तक प्रज्ज्वल रेवन्ना के खिलाफ कोई सीधा आरोप नहीं है। यदि आरोप सही हैं तो कानून के अनुसार सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने साफ तौर पर कहा था कि अगर एसआईटी जांच में सांसद के खिलाफ आरोप साबित हुए तो पार्टी कड़ी कार्रवाई करेगी। बता दें कि प्रज्ज्वल कर्नाटक के हासन लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, जहां 26 अप्रैल को मतदान हुआ था। पुलिस के मुताबिक जैसे ही सांसद से जुड़े वीडियो सामने आने लगे, वह वोटिंग खत्म होने के बाद वह देश छोड़कर भाग गए।