अयोध्या। सोमवार को ऐसा पल आया जब दो साध्वी गले लगकर रो पड़ी। जब जीवन का सबसे बड़ा सपना पूरा होता है तो उसकी खुशी को बयां करने के लिए शब्द कम पड़ जाते हैं। ऐसा ही पल आया साध्वी ऋतंभरा और उमा भारती की जीवन में। मंदिर आंदोलन के प्रमुख चेहरों में शुमार रहीं साध्वी ऋतंभरा और उमा भारती भी भव्य राम मंदिर को अपनी आंखों के सामने देख अपने आंसू नहीं रोक पाई और दोनों नेता गले लगकर खूब रोईं।
राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो गई है और रामलला के दिव्य और आलौकिक दर्शन हो गए हैं। इसके साथ ही भगवान राम का करीब 500 सालों का ‘वनवास’ भी खत्म हो गया है। राम मंदिर के इस महोत्सव में 1100 से अधिक गणमान्य लोग अयोध्या पहुंचे। इस फेहरिस्त में मुकेश अंबानी, गौतम अडाणी जैसे व्यापार जगत के दिग्गज और अमिताभ बच्चन, रजनीकांत के साथ ही सचिन तेंदुलकर समेत कई दिग्गज हस्तियां पहुंची हैं। राम मंदिर आंदोलन के अगुआ रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। राम मंदिर आंदोलन से जुड़े कई अन्य प्रमुख लोग भी इस अयोध्या में शामिल नहीं हुए।