नई दिल्ली। देश में शनिवार को संत रविदास जयंती धूमधाम और श्रद्धा के साथ से मनाई गई। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने लोगों को बधाई दी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जयंती की पूर्व संध्या पर उनकी प्रतिमा का उद्घाटन किया। भाजपा ने संत रविदास जयंती पर उनको नमन किया है।
राष्ट्रपति मुर्मु ने संत रविदास की 647वीं जयंती की पूर्व संध्या पर अपने संदेश में कहा, संत रविदास आध्यात्मिक ज्ञान के प्रतीक थे। उन्होंने अपना जीवन आस्था और भक्ति के साथ मानवता की सेवा के लिए समर्पित कर दिया। पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने राष्ट्रपति के संदेश को जारी किया है।
राष्ट्रपति ने कहा, मैं गुरु रविदास की जयंती के शुभ अवसर पर सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देती हूं। उन्होंने जाति-आधारित और सामाजिक भेदभाव के उन्मूलन के लिए संघर्ष किया। गुरु रविदास ने भक्ति-साधना का पालन करके समाज में सद्भाव लाने का प्रयास किया। उन्होंने समाज में शांति, सहिष्णुता और भाईचारे का संदेश फैलाया। राष्ट्रपति मुर्मु ने नागरिकों से संत रविवाद के उपदेशों को जीवन में अपनाने का आह्वान किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संत रविदास जयंती की पूर्व संध्या पर वाराणसी के सीर गोवर्धनपुर में संत रविदास की नव स्थापित प्रतिमा का अनावरण किया। साथ ही संत रविदास संग्रहालय और पार्क के सौंदर्यीकरण की आधारशिला रखी। प्रधानमंत्री ने संत रविदास का पुण्य स्मरण करते हुए कहा कि संत रविदास की शिक्षाओं ने हमेशा उनका मार्गदर्शन किया है। संत रविदास ने विभाजित और खंडित भारत को फिर से ऊर्जावान बनाया। उन्होंने कहा, संत रविदास को मत और धर्म की विचारधाराओं में नहीं बांधा जा सकता। भाजपा ने सुबह अपने एक्स हैंडल पर संत रविदास का पुण्य स्मरण किया। भाजपा ने कहा, संत परंपरा के महान योगी और परम ज्ञानी संत शिरोमणि गुरु रविदास की जयंती पर कोटि-कोटि नमन।