नई दिल्ली। कतर की जेल से रिहा होकर भारत लौटे पूर्व नौ सेना अधिकारी सौरभ वशिष्ठ मंगलवार को देहरादून स्थित अपने घर पहुँचे। जहां बड़ी धूमधाम के साथ उनका स्वागत किया गया। बेटे को देखकर उनके माता-पिता की आंखों से आंसू छलक उठे और वे बहुत भावुक नजर आए।
गाड़ी से उतरते ही माता-पिता ने कैप्टन सौरभ को गले लगा लिया।
कैप्टन सौरभ के घर पर उस दौरान बड़ी संख्या में उनके शुभचिंतक पहुंचे हुए थे। जिन्होंने उन्हें तिरंगा पटका और गले में फूल माला पहनाकर उनका स्वागत किया। इस दौरान आसपास लोगों ने भारत माता की जय के नारे लगाए। उनके घर पर स्वागत के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। गाड़ी से उतरकर जैसे ही कैप्टन सौरभ घर पहुंचे मां ने उनके माथे पर तिलक लगाया और आरती उतारी।
कैप्टन सौरभ ने दिया केंद्र सरकार को धन्यवाद
इस अवसर पर कैप्टन सौरभ ने ईश्वर को धन्यवाद दिया और कहा कि भगवान के आशीर्वाद से उन्हें नई ज़िंदगी मिली है। वहीं उन्होंने केंद्र सरकार का भी धन्यवाद दिया और कहा कि सरकार के सहयोग से ही वो अपने घर पहुंच सके हैं। इस मुश्किल समय में उनका परिवार उनके साथ था और उनकी हिम्मत को बढ़ाता रहा। उनकी वापसी पर घर में उत्सव जैसा माहौल नजर आया। लोगों ने जमकर आतिशबाजी की और एक दूसरे को मिठाईयां खिलाईं।
सोमवार को भारत पहुंचे सात अधिकारी
आपको बता दें कि कतर की एक अदालत ने अक्टूबर 2023 में भारतीय नौसेना के आठ अधिकारियों को जासूसी के आरोप में मौत की सजा सुनाई थी। भारत सरकार ने इसे लेकर क़ानूनी लड़ाई लड़ी और उनकी रिहाई के लिए लगातार प्रयास किए थे। जिसके बाद भारत की कोशिशें रंग लाई और कतर ने इन्हें रिहा कर दिया। सोमवार सुबह आठ में सात भारतीय अपने वतन वापस लौट आए हैं। जिसके बाद वो यहां से अपने घर को रवाना हो गए।