वडोदरा । विगत दिन वडोदरा के हरणी लेक नाव दुर्घटना मामले में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) ने मामले के आरोपित गोपाल शाह को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से गिरफ्तार किया है। इस मामले में अब तक 8 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। 11 फरार आरोपियों की अभी भी तलाश जारी है।
वडोदरा के हरणी स्थित मोटनाथ तालाब में 18 जनवरी को 23 स्कूली बालक और 4 शिक्षक बोटिंग (नौका विहार) करने गए थे। इस दौरान बोट पलटने से 12 बालक और 2 शिक्षक समेत 14 लोगों की मौत हो गई थी। घटना से देश भर में खलबली मच गई। प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री ने घटना पर दुख जताते हुए परिजनों के लिए केन्द्र व राज्य की ओर से 6 लाख रुपये की सहायता राशि की घोषणा की थी। घटना की जांच एसआईटी से कराने का निर्णय किया गया।
वडोदरा हरणी लेक दुर्घटना का आरोपित गोपालदास शाह एक समय वडोदरा महानगर पालिका में टाउन प्लानिंग ऑफिसर के रूप में कार्यरत था। उसे मनपा से टर्मिनेट किया गया था। आर्किटेक्ट होने के कारण शाह ने बाद में कंसल्टेंसी का काम शुरू कर दिया। वर्ष 2015-16 में वडोदरा के बड़े तालाबों का पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) के तहत ब्यूटीफिकेशन का काम शुरू किया गया। इसके बाद हरणी तालाब के ब्यूटीफिकेशन के लिए शाह ने मनपा में अपना प्रोजेक्ट प्रस्तुत किया, जिसे अधिकारियों ने पसंद करते हुए हरी झंडी दी। खास बात यह है कि शाह के फर्म मेसर्स कोटिया प्रोजेक्ट की योग्यता नहीं होने के बावजूद स्थाई समिति ने उसके प्रोजेक्ट को मंजूरी दी। इससे उसे तीस वर्षों के लिए तालाब की देखरेख की जिम्मेदारी मिली थी। मले में अभी तक गोपाल शाह, बिनीत कोटिया, नयन गोहिल, भीमसिंह यादव, शांतिलाल सोलंकी, अंकित वासावा, वेद प्रकाश यादव और रश्मिकांत प्रजापति को गिरफ्तार किया जा चुका है। परेश शाह और निलेश जैन अभी पुलिस की पकड़ से दूर हैं।