नई दिल्ली। इन्फोसिस के फाउंडर नारायणमूर्ति की पत्नी सुधा मूर्ति राज्यसभा सांसद बन गईं हैं। उन्हें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु की ओर से राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है। अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट पीएम मोदी ने लिखा, मुझे खुशी है कि भारत की राष्ट्रपति ने सुधा मूर्ति को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है।
पीएम नरेंद्र मोदी लिखते हैं, सुधा का सामाजिक कार्यों, वंचितों के लिए आर्थिक मदद और शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान है। जो हम सभी को प्रेरणा देता है। सुधा मूर्ति की राज्यसभा में मौजूदगी नारी शक्ति का सम्मान होगा। यह उदाहरण होगा कि महिलाओं ने कैसे भारत के भविष्य को तैयार करने में अपना योगदान दिया है।’ 73 वर्षीय सुधा मूर्ति पेशे से एक इंजीनियर हैं और लेखक भी हैं। उन्हें पद्मश्री सम्मान से भी नवाजा जा चुका है। वह इन्फोसिस फाउंडेशन की अध्यक्ष के तौर पर भी काम कर रही हैं। यह फाउंडेशन सेवा कार्यों में योगदान देता है और बड़े पैमाने पर फंडिंग भी करता रहा है। सुधा मूर्ति ने राज्यसभा में अपने मनोनयन पर खुशी जताई है। उन्होंने कहा कि फिलहाल मैं देश में नहीं हूं, लेकिम महिला दिवस पर मिले इस सम्मान के लिए आभारी हूं।
सुधा मूर्ति देश की उन प्रतिष्ठित महिलाओं में से एक हैं, जिनका कारोबार में भी बड़ा योगदान रहा है। कई टीवी कार्यक्रमों में वह इंफोसिस की स्थापना की कहानी भी बता चुकी है। उन्होंने बताया था कि कैसे उन्होंने 10 हजार रुपये की रकम अपने पति नारायणमूर्ति को उधार दी थी और उसी से इंफोसिस की स्थापना की गई थी। सुधा मूर्ति और नारायणमूर्ति के दो बच्चे हैं। बता दें कि उनकी बेटी अक्षता मूर्ति ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक की पत्नी हैं। कुछ महीने पहले ही दोनों ने जी-20 समिट के दौरान भारत का दौर किया था और अक्षरधाम मंदिर भी गए थे।