नई दिल्ली । नीतीश कुमार की राजनीतिक महिमा अपरंपार है. उनकी पार्टी से अब एक बड़ी खबर सामने आई है. असल में बिहार में एनडीए के साथ सरकार चला रही जदयू के महाराष्ट्र के नेता और राष्ट्रीय महासचिव कपिल पाटिल ने महाराष्ट्र में गठबंधन के साथ चुनाव लड़ने की तैयारी का ऐलान किया है।
कपिल पाटिल ने बताया कि उन्हें आज महाराष्ट्र में गठबंधन की सीट शेयरिंग के लेकर चल रही बैठक में न्योता दिया गया था. बैठक के बाद उन्होंने बताया कि जदयू की तरफ से बुलढाणा लोकसभा क्षेत्र से सीट देने की मांग की है।
हालांकि पाटिल ने कहा कि पार्टी को इस बारे में जानकारी दे दी गई है. और वे इससे ज्यादा बात करने से बचते रहे. जब उनसे पूछा गया कि क्या जदयू में फुट पड़ गई है, तो उन्होंने इस पर नो कमेंट कर जवाब नहीं दिया. यह देखना होगा कि जदयू के इस फैसले से बिहार में एनडीए की सरकार पर क्या असर पड़ता है. क्या इस पर नीतीश की कोई प्रतिक्रिया आती है, देखना होगा।
क्या जदयू में फूट?
कपिल पाटिल के महाराष्ट्र में गठबंधन के साथ चुनाव लड़ने की तैयारी के ऐलान के बाद यह सवाल उठने लगा है कि क्या जदयू में फूट पड़ गई है. हालांकि, जदयू के अन्य नेताओं ने इस बात से इनकार किया है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में गठबंधन के साथ चुनाव लड़ने का फैसला पार्टी ने लिया है. उधर पाटिल ने भी कहा कि जदयू बुलढाणा लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ना चाहता है. उन्होंने कहा कि इस बारे में पार्टी को जानकारी दे दी गई है. लेकिन इस हलचल से सियासी बयानबाजी शुरू हो सकती है कि क्या नीतीश की पार्टी में फूट हो गई है।
बुलढाणा लोकसभा क्षेत्र
यह वह सीट पर जिस पर पहले ही उद्धव गुट अपने लिए मांग कर चुका है. हाल ही में गुट की बैठक में बारामती, कोल्हापुर, शिरूर, अकोला और बुलढाणा लोकसभा क्षेत्रों की समीक्षा की गई है. ठाकरे ने पार्टी नेताओं को मेहनत करने के लिए कहा है. उन्होंने कह दिया कि बुलढाणा लोकसभा क्षेत्र की समीक्षा की गई है. जो वफादार लोग मेरे साथ रहे, वे इस गढ़ को बरकरार रखें. बुलढाणा लोकसभा क्षेत्र से हमारी पार्टी चुनाव लड़ने जा रही है. बुलढाणा लोकसभा सीट लंबे समय से शिवसेना का गढ़ रही है. अभी इस सीट से जाधव प्रतापराव गणपतराव सांसद हैं जो एकनाथ शिंदे गुट में शामिल हैं।
अब आगे क्या होगा?
एक तरफ से नीतीश बिहार में एनडीए के साथ जा चुके हैं तो वहीं उनकी ही पार्टी के एक बड़े नेता ने महाराष्ट्र में इंडिया के साथ जाने का दावा कर दिया है. खासकर उस सीट को लेकर जहाँ पहले ही उद्धव गुट कमर कस चुका है. अब देखना होगा कि ऊंट किस करवट पर बैठेगा