नई दिल्ली। राज्यसभा में शुक्रवार को कर्नाटक से सांसद डीके सुरेश के कथित दक्षिण भारत के लिए अलग देश की मांग से जुड़े बयान का मुद्दा उठाया गया। इस बयान पर नेता सदन पीयूष गोयल और नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बयान दिया। पीयूष गोयल ने स्पष्टीकरण मांगा तो नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ऐसा बयान स्वीकार्य नहीं है।
सभापति की अनुमति से पीयूष गोयल ने सदन की कार्यवाही प्रारंभ होने पर इस मुद्दे को उठाया। घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष से इस संबंध में स्पष्टीकरण मांगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री के भाई हैं और दूसरे सदन के सांसद हैं। कांग्रेस की सोच विभाजनकारी है और उसकी कार्यपद्धति इसका उदाहरण रही है। उन्होंने कहा कि सदन में चुने जाने पर हम संविधान और देश की अखंडता बनाए रखने की शपथ लेते हैं।
इस पर कांग्रेस अध्यक्ष एवं विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि दूसरे सदन के नेता हैं और उन्होंने स्वयं ऐसा कहा है कि उनका बयान यह नहीं था। सभापति जगदीप धनखड़ ने मामले को गंभीर बताया और कहा कि सदन को एकजुट होकर इस तरह के बयान की निंदा करनी चाहिए । खड़गे ने भी स्थिति को स्पष्ट करते हुए कहा कि इस तरह का बयान किसी भी पार्टी के नेता का क्यों न हो, हम उसकी निंदा करते हैं। कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक देश एक है। कांग्रेस नेताओं ने देश के लिए अपनी जान दी है।