केशव भूमि नेटवर्क / पालघर : पाकिस्तान की जेल में बंद डाहणू सरावली के रहने वाले अर्जुन काकड्या डावऱ्या, तलासरी के रहने वाले जयवंत जान्या पाचलकर, जितेन जयवंत पाचलकर, (यह दोनों बाप बेटे है ) विलास माधू कोंडारी और घोलवड के रहने वाले जितेश राघू दिवा नामक पालघर के 5 मछुवारे अपने स्वादेश यानि अपने घर वापस लौट चुके है. यहा मछुवारे कई सालों से पाकिस्तान की जेल में बंद थे .
पाकिस्तान की जेल में बंद भारत के कुल 666 मछुआरों में से 500 मछुआरों की रिहाई का आदेश पाकिस्तान की सरकार ने दिया है . जिसमे प्रथम चरण में 15 मई 2023 को 198 मछुवारों छोडा गया. जिनका गुजरात के वेरावल में जांच पड़ताल और क़ानूनी प्रक्रिया पूरा करने बाद पुलिस और मत्स्य विभाग नें उन्हें उनके परिजनों को सौंप दिया गया. अपने परिजनों से मिलने के बाद सभी लोग भावुक होकर रोने लगे. पाकिस्तान की जेल से छूटकर आये 198 भारतीय मछुआरों में से गुजरात के 184, महाराष्ट्र राज्य के पालघर जिले 5 , आंध्र प्रदेश के 3, उत्तर प्रदेश 2, दिव के 4 मच्छीमार सामिल है.
वही इसे लेकर बताया मच्छीमार नेता रामकृष्ण तांडेल नें बताय की इन मच्छुवारों की रिहाई के लिए मच्छुवारों की राष्ट्रीय संघटना नॅशनल फिशवर्कर्स फोरम, (NFF), दिल्ली फोरम (DF), पाकिस्तान इंडिया पिपल्स फोरम फाॅर पिस ॲन्ड डेमोक्रेसी (PIPFPD), पाकिस्तान फिशर फोरम (PFF), नॅशनल कमिशन हुमन राईटस (NCHR) व यदि फौंडेशन, पाकिस्तान (EF) यह सभी संघटना काफी सालों से प्रयास कर रही थी जिसका फल अब जाकर मिला है. बाकि मछुवारों को दुसरे और तीसरे चरण में छोड़ा जायेगा.