केशव भूमि नेटवर्क / पालघर : पालघर जिले की सातपाटी पुलिस नें एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ करते हुए चार संदिग्ध लोगों कों गिरफ्तार किया है. पुलिस नें इनके पास से 02 लैपटॉप, 14 मोबाइल फोन और 04 नोटबुक बरामद किया है. सभी आरोपी की उम्र 19,25 और 28 साल है यह सभी आंध्र प्रदेश के रहने वाले है.बोईसर के पाम गांव में स्तिथ वृंदावन नामक बिल्डिंग के सोसायटी से फर्जी कॉल सेंटर चला रहे थे और लोन देने के नाम पर यह लोगों कों ठगा करते थे.
पालघर के एसपी बलासाहेब पाटिल के मुताबिक पालघर पुलिस द्वारा पालघर जिले में अवैध धंधों के खिलाफ कार्रवाई करने और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए ऑल आउट ऑपरेशन के तहत जिले के विभिन्न महत्वपूर्ण स्थानों पर चौतरफा नाकाबंदी व कांबिंग अभियान चलाया गया . ऑल आउट ऑपरेशन के तहत किये गए नाका बंदी के दौरान सातपाटी पुलिस स्टेशन के सहायक पुलिस निरिक्षक प्रेमनाथ ढोले कों गुप्त सूचना मिली थी की सातपाटी पोलीस स्टेशन कार्यक्षेत्र में स्तिथ बोईसर के पाम गांव में स्तिथ वृंदावन सोसाइटी बिल्डिंग नं. 08, एच विंग, रूम नं. 103 में कुछ संदिग्ध लोंग रहते है. सूचना मिलने के बाद पुलिस ने छापामार कर इन चार लोगों को हिरासत में लेकर घर की तलाशी ली तो इनके पास से पुलिस कों 02 लैपटॉप, 14 मोबाइल फोन और 04 नोटबुक बरामद हुवा है . जिसके सहायता से यह लोंग , लोगों कों ठगा करते थे.
पुलिस की पुछ ताछ में पता चला है की इस फर्जी कॉल सेंटर के माध्यम से यह लोंग इंडियाबुल्स कंज्यूमर फाइनेंस नामक कंपनी से लोन दिलाने के नाम पर लोगों कों फोन कर व्हाट्सएप के माध्यम से ग्राहकों को इंडियाबुल्स कंज्यूमर फाइनेंस के फर्जी लोन फॉर्म भेजकर, उनकी जानकारी भरकर लेते थे. उसके बाद फिर लोन स्वीकृति के संबंध में इंडियाबुल्स कंज्यूमर फाइनेंस के फर्जी लेटरपैड भेजकर कर्ज लेने के लिए प्रक्रिया शुल्क के रूप में टीडीएस, जीएसटी व अन्य चीजों के नाम पर फोन पे, गूगल पे से पैसे लेकर ग्राहकों को ठग रहे थे. इस ठगी का दायरा आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, बिहार और पश्चिम बंगाल राज्यों में सबसे ज्यादा है .